कविता : बुद्ध होना चाहती हूं
बुद्ध होना चाहती हूं, मन के नेत्रों से देखा ये संसार, तब सिर्फ बुद्ध ही स्मरण आएं,, ध्यान , तप, जप मोह सब त्याग, ये देह परमात्मा में विलीन हो जाए ।। मैं भी सद्गति चाहती हूं, आत्म से परमात्मा तक हो #आशी प्रतिभा ( स्वतंत्र लेखिका) मध्य प्रदेश, भारत
सब त्याग दिया जिसने पल भर में,
हर रिश्ते के मोह पाश से मुक्त होकर
मैं बुद्ध होना चाहती हूं!
बुद्ध शरण में जो भी आए
पार भौतिक संसार से पाएं
पीड़ा में भी मधुरता झलके
सारे दुख फूल से बन जाए ।।
मांगना क्या अब इस जीवन में ईश से,
क्यूं अनुचित इच्छाओं का भार बढ़ाऊ
जिस कर्म से प्रसन्न रहें ये मन ,पाप रहित
बस वही कर्म पथ का सदमार्ग चाहती हूं।।
मन के नेत्रों से देखा ये संसार
तब सिर्फ बुद्ध ही स्मरण आएं,
ध्यान , तप, जप मोह सब त्याग
ये देह परमात्मा में विलीन हो जाए ।।
मैं भी सद्गति चाहती हूं
आत्म से परमात्मा तक हो
ज्ञान का प्रकाश अब
में बुद्ध होना चाहती हूं।।
👉 देवभूमि समाचार में इंटरनेट के माध्यम से पत्रकार और लेखकों की लेखनी को समाचार के रूप में जनता के सामने प्रकाशित एवं प्रसारित किया जा रहा है। अपने शब्दों में देवभूमि समाचार से संबंधित अपनी टिप्पणी दें एवं 1, 2, 3, 4, 5 स्टार से रैंकिंग करें।
देवभूमि समाचार की टीम के द्वारा देश-प्रदेश की सूचना और जानकारियों का भी प्रसारण किया जाता है, जिससे कि नई-नई जानकारियां और सूचनाओं से पाठकों को लाभ मिले। देवभूमि समाचार समाचार पोर्टल में हर प्रकार के फीचरों का प्रकाशन किया जाता है। जिसमें महिला, पुरूष, टैक्नोलॉजी, व्यवसाय, जॉब अलर्ट और धर्म-कर्म और त्यौहारों से संबंधित आलेख भी प्रकाशित किये जाते हैं।
देश-विदेश और प्रदेशों के प्रमुख पयर्टक और धार्मिक स्थलों से संबंधित समाचार और आलेखों के प्रकाशन से पाठकों के समक्ष जानकारी का आदान-प्रदान किया जाता है। पाठकों के मनोरंजन के लिए बॉलीवुड के चटपटे मसाले और साहित्यकारों की ज्ञान चासनी में साहित्य की जलेबी भी देवभूमि समाचार समाचार पोर्टल में प्रकाशन के फलस्वरूप परोसी जाती है।