***
साहित्य लहर

कविता : मेहनत की कमाई

सुनील कुमार माथुर

परमात्मा ने इंसान को सोचने समझने व
चिंतन – मनन की शक्ति दी हैं फिर भला
इंसान बिना अच्छा – बुरा सोचे समझे
क्यों गलत कार्य कर रहा हैं
जीवन में सदैव याद रखिए
मेहनत से कमाया गया धन इंसान के पास
लम्बे समय तक टिक सकता हैं
ईमानदारी से कमात गये धन से
बरकत होती हैं , समाज में
मान – सम्मान बढता हैं लेकिन
बेईमानी व गलत तरीके से
कमाये गये धन से हमारे पर
संकट मंडरात हैं व व्यक्ति को
गलत रास्ते ले जाता हैं और
बुरे कर्म कराता हैं और
हमारी बुध्दि को भ्रष्ट करता हैं
ईश्वर हमें समय समय पर
सचेत भी करता हैं लेकिन
तब भी हम अपनी बुरी आदतों से
बाज नहीं आते हैं तब परमात्मा
कभी कभी हमें कठोर दंड भी देता हैं
लेकिन उस दंड में भी हमारा ही
हित छिपा होता हैं अत:
हे मानव ! अब भी वक्त हैं संभल जा
सत्य , न्याय ,ईमानदारी व निष्ठा के साथ
नेक कर्म कर
अपना व अपने परिवार का जीवन सफल बना
ईश्वर की भक्ति कर , सही मार्ग पर चलों
यही वक्त की पुकार हैं

Devbhoomi Samachar

देवभूमि समाचार में इंटरनेट के माध्यम से पत्रकार और लेखकों की लेखनी को समाचार के रूप में जनता के सामने प्रकाशित एवं प्रसारित किया जा रहा है।

Related Articles

11 Comments

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
Verified by MonsterInsights