कविता : आया क्रिसमस का त्यौहार
सुनील कुमार माथुर
आया क्रिसमस का त्यौहार
सांता क्लाज लाया है ज्ञान का भंडार
सांता क्लॉज का कहना हैं कि
हिंसा का त्याग करना होगा
आपसी प्रेम व स्नेह से रहना होगा
शिक्षा ग्रहण करके
अज्ञानता का अंधकार मिटाना होगा
अंहकार का त्याग करके
सबकों गले लगाना होगा
आया है क्रिसमस का त्यौहार
सांता क्लाज लाया है ज्ञान का भंडार
क्रिसमस आया है और
ढेर सारी खुशियां लाया है
करुणा , वात्सल्य , प्रेम व
स्नेह का संदेश लाया है
दुखीजन की सेवा करने का संदेश लेकर
क्रिसमस का यह पावन दिवस आया है
अंहकार का त्याग करके
ज्ञान का दीप जलाएं
आपसी भेदभाव को भूलकर
स्नेह मिलन का दीप जलाएं
तमाम बुराईयों को भूलकर
अच्छाई को अपनायें
नकारात्मक सोच का त्याग कर
सकारात्मक सोच को अपनाइएं
क्रिसमस का त्यौहार आया है
सांता क्लॉज ज्ञान का भंडार लाया है
महिला सशक्तिकरण का संदेश यह लाया हैं
आत्मविश्वास जागृत करने का दिन आया है
आपसी शिकवे – शिकायते भूलकर
सबको गले लगाईये
क्रिसमस का त्यौहार आया है
सांता क्लॉज ज्ञान का भंडार लाया है
घर – घर खुशियां छायेगी
दीन-दुखियों के ध्दार पर
स्नेह की ज्योत जगमगायेगी
चारों ओर खुशियां ही खुशियां छायेगी
क्रिसमस का त्यौहार आया है
सांता क्लॉज ज्ञान का भंडार लाया हैं
¤ प्रकाशन परिचय ¤
From »सुनील कुमार माथुरलेखक एवं कविAddress »33, वर्धमान नगर, शोभावतो की ढाणी, खेमे का कुआ, पालरोड, जोधपुर (राजस्थान)Publisher »देवभूमि समाचार, देहरादून (उत्तराखण्ड) |
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Shuchita Mathur
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