कविता : बचपन के दिन
कविता : बचपन के दिन, साथ में मेरा पूरा परिवार और उनके प्यार, उस समय बिताये गलियो मे दोस्तो के साथ, ज्यादा रात तक घुमने से मिले डाट, हमे हमारा बचपना याद आता है, ओ माँ कि दुलार और पापा का प्यार… बलिया (उत्तर प्रदेश) से मनीष कुमार की कलम से…
भाई बहन के साथ बिताए वो पल
माँ पापा से पाए प्यार याद आता है
इन सब से मिली वो हल्की खुशी
हमे हमारा बचपना याद आता है
सबके बीच खुद को पाना
उनका प्यार दुलार याद आता है
उनके साथ खेलना कूदना आदि सब
क्या बताऊँ कि बचपना क्यु याद आता है
साथ में मेरा पूरा और उनके प्यार
उस समय बिताये गलियो मे दोस्तो के साथ
ज्यादा रात तक घुमने से मिले डाट
हमे हमारा बचपना याद आता है
ओ माँ कि दुलार और पापा का प्यार
फिर गलियो से मिली दोस्तो कि साथ
हमे मेरा गाँव आज भी याद आती है
हमे हमारा बचपना आज याद आता है
कुछ बात तो जरूर थी उस समय मे
वर्ना आज के दिन वहा जाने को जिद नही करती
हम भले ही आज आ के कुछ जिम्मेदारीयो मे पड गये
पर हमे हमारा बचपना आज भी याद आती है
हमे हमारा बचपना आज भी याद आता है
👉 देवभूमि समाचार में इंटरनेट के माध्यम से पत्रकार और लेखकों की लेखनी को समाचार के रूप में जनता के सामने प्रकाशित एवं प्रसारित किया जा रहा है। अपने शब्दों में देवभूमि समाचार से संबंधित अपनी टिप्पणी दें एवं 1, 2, 3, 4, 5 स्टार से रैंकिंग करें।
टीम के द्वारा देश-प्रदेश की सूचना और जानकारियों का भी प्रसारण किया जाता है, जिससे कि नई-नई जानकारियां और सूचनाओं से पाठकों को लाभ मिले। समाचार पोर्टल में हर प्रकार के फीचरों का प्रकाशन किया जाता है। जिसमें महिला, पुरूष, टैक्नोलॉजी, व्यवसाय, जॉब अलर्ट और धर्म-कर्म और त्यौहारों से संबंधित आलेख भी प्रकाशित किये जाते हैं।
देश-विदेश और प्रदेशों के प्रमुख पयर्टक और धार्मिक स्थलों से संबंधित समाचार और आलेखों के प्रकाशन से पाठकों के समक्ष जानकारी का आदान-प्रदान किया जाता है। पाठकों के मनोरंजन के लिए बॉलीवुड के चटपटे मसाले और साहित्यकारों की ज्ञान चासनी में साहित्य की जलेबी भी देवभूमि समाचार समाचार पोर्टल में प्रकाशन के फलस्वरूप परोसी जाती है।