
देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर शुरू किया गया विशेष अभियान ‘ऑपरेशन कालनेमि’ अब और प्रभावी ढंग से चलाया जाएगा। इस अभियान का उद्देश्य प्रदेश में ऐसे तत्वों की पहचान करना है, जो समाज, आस्था और सुरक्षा के साथ छल कर रहे हैं। पुलिस मुख्यालय ने साफ किया है कि किसी भी संदिग्ध गतिविधि और अपराध में शामिल लोगों को बख्शा नहीं जाएगा।
अब तक की कार्रवाई
आईजी कानून-व्यवस्था डॉ. नीलेश आनंद भरणे ने रविवार को पटेल भवन में पत्रकारों को जानकारी दी। उन्होंने बताया कि अब तक इस अभियान के तहत 5500 से अधिक लोगों का सत्यापन किया जा चुका है।
- इनमें से 14 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
- कई बांग्लादेशी नागरिक पकड़े गए, जिन्हें बीएसएफ के सहयोग से उनके देश वापस भेजा गया।
- 1182 लोगों के खिलाफ निरोधात्मक कार्रवाई की गई है।
जिलावार स्थिति
- हरिद्वार: सबसे अधिक 2704 लोगों का सत्यापन, तीन गिरफ्तार।
- देहरादून: 922 लोगों का सत्यापन, चार गिरफ्तार।
- अन्य जिले (टिहरी, पौड़ी, अल्मोड़ा, नैनीताल, ऊधमसिंहनगर): लगातार अभियान जारी।
समिति रख रही है निगरानी
आईजी ने बताया कि इस अभियान को व्यवस्थित और पारदर्शी ढंग से चलाने के लिए मुख्यालय स्तर पर एक विशेष समिति का गठन किया गया है। यह समिति रोजाना की कार्रवाई पर नजर रख रही है और प्रतिदिन की रिपोर्ट सीधे शासन को सौंप रही है।
सकारात्मक संदेश
डॉ. भरणे के मुताबिक, ऑपरेशन कालनेमि ने समाज में एक सकारात्मक संदेश दिया है। लोगों के बीच विश्वास पैदा हुआ है कि पुलिस प्रदेश की पवित्रता और जनता की आस्था के साथ खिलवाड़ करने वाले किसी भी व्यक्ति या गिरोह को बख्शेगी नहीं।
आगे की रणनीति
उन्होंने कहा कि अब सभी जिलों को निर्देशित किया गया है कि वे इस अभियान को प्राथमिकता दें और और अधिक प्रभावी ढंग से चलाएं। आने वाले दिनों में सत्यापन की रफ्तार और तेज की जाएगी तथा प्रदेश के हर जिले और कस्बे तक यह अभियान फैलाया जाएगा।