जो झुकता है वो ही सफलता पाता है…
जो झुकता है वो ही सफलता पाता है, आनन्द मय जीवन जीना भी कोई आसान काम नहीं है। जीवन में अनेक उतार चढाव आते ही रहते हैं जो उन्हें सफलता पूर्वक पार कर लेता हैं, वही जीवन का सही मायने में आनन्द उठा पाता हैं अन्यथा जिंदगी एक बोझ सी लगने लगती हैं। #सुनील कुमार माथुर, जोधपुर, राजस्थान
कहते है कि यह जिंदगी का गणित है कि जो झुकता है वही सफलता को हासिल कर सकता हैं । जब हम पानी भरने के लिए किसी कुएं में बाल्टी डालते हैं तो वह झुक कर नीचे जाती है और फिर पानी से भर कर ही कुएं से बाहर आती है । कहने का तात्पर्य यह है कि जीवन में कभी भी घमंड व अंहकार नहीं करना चाहिए जो नम्रता और विनम्रता से रहता है वहीं सुखी जीवन व्यतीत करता है । पेड भी जब झुकते है तो लोग आसानी से उस पर लगे पुष्प और फल तोड लेते हैं और जब वह नहीं झुकता है तो लोग पत्थर मार कर फल व पुष्प तोडते है । यही हाल अंहकारी व्यक्ति का होता हैं । जो अंहकार से मुक्त होकर जीवन व्यतीत करता है उससे सभी प्यार करते है जबकि अंहकारी व्यक्ति से सभी दूर रहते हैं
कोई भी हारता जीतता नहीं है – घर गृहस्थी के झगड़ो में कोई भी पक्ष न तो हारता है और न ही जीतता है अपितु घर की सुख , शांति और खुशियां हमेंशा के लिए खो देना हैं । इसमें कोई बहादुरी की बात नहीं है अपितु एक तरह की मूर्खता ही हैं । जब हम परिवार में व रिश्तेदारी में भी अपनापन बनाये नहीं रख सकते तो फिर हमारा इस संसार में जन्म लेना ही बेकार हैं । अपनों के साथ जो आनन्द आता हैं वैसा आनन्द अन्यत्र मिलना मुश्किल है । चूंकि हम अपनों को अपने मन की हर बात आसानी से कह सकते हैं और अपना मन हल्का कर लेते हैं । अगर हम हिल मिल कर न रहे तो वह जीवन भी क्या जीवन हैं । हां विचारों में मतभेद हो सकता है लेकिन मनभेद नहीं होना चाहिए ।
विश्वास कभी भी न तोडे – अगर कोई हम पर विश्वास करता हैं तो हमारा भी दायित्व बनता है कि हम उसका विश्वास न तोड़ें । जिस व्यक्ति ने हम पर भरोसा करके हम को कोई जिम्मेदारी सौंपी है तो फिर वह जिम्मेदारी व विश्वास हमारे लिए अनमोल रत्न से कम नहीं है । विश्वास अपने आप में अनमोल रत्न है जिसने इसे खो दिया समझों उसने अपने जीवन में सब कुछ खो दिया । तभी तो कहा जाता है कि सच बोल कर भले ही किसी का दिल तोड़ देना , लेकिन झूठ बोल कर किसी का विश्वास कभी मत तोड़ना ।
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खुद की पहचान – इस नश्वर संसार में हम सभी को खुश नहीं कर सकते और न ही सभी को अपनापन दे सकते हैं । आप भी ही सभी को खुश करने का प्रयास कर लीजिए लेकिन फिर भी कोई न कोई नाराज अवश्य ही रहेगा । कहने का तात्पर्य यह है कि जब लोग आप से खफा हो जाये तो समझ लेना कि आप सही राह पर हैं । लोगों का खफा होना कोई नई बात नहीं है । यह तो जीवन में चलता ही रहता हैं । जीवन में एक बात का ध्यान रखें कि आत्म सम्मान के साथ जीवन व्यतीत करें । आत्म सम्मान के साथ जीना खुद की पहचान है ।
मोह और घृणा – आनन्द मय जीवन जीना भी कोई आसान काम नहीं है । जीवन में अनेक उतार चढाव आते ही रहते हैं जो उन्हें सफलता पूर्वक पार कर लेता हैं , वही जीवन का सही मायने में आनन्द उठा पाता हैं अन्यथा जिंदगी एक बोझ सी लगने लगती हैं । अगर हमारा किसी से मोह अधिक हो जाये तो बुराई नहीं दिखती और यदि घृणा ज्यादा हो जाये तो अच्छाईयां नहीं दिखती । जीवन का एक ही गणित है कि हर परिस्थिति में समान रूप से रहना चाहिए और सकारात्मक सोच के साथ जीवन में आगे बढते रहना चाहिए । सदा स्वस्थ रहे , मस्त रहें और मुस्कुराते रहे।
Nice article