प्राकृतिक खेती ही जीवन आधार : डाक्टर बहुगुणा
आत्मा परियोजनार्गत तीस किसानों को सब्जी बीज वितरित
प्राकृतिक खेती ही जीवन आधार : डाक्टर बहुगुणा… आत्मा परियोजना समन्वयक सुशील कुमार सैनी ने ग्रामीण काश्तकारों को दी जा रही सरकारी योजनाओं की अपील की। विशिष्ट अतिथि मनरेगा लोकपाल जगदीश कलौनी ने प्रगतिशील किसानों से सरकारी योजनाओं का लाभ लेने और मनरेगा योजनान्तर्गत दी जाने वाली योजनाओं की जानकारी दी।
पिथौरागढ। सीमांत जनपद पिथौरागढ में कृषि विभाग, उद्यान विभाग और पंतनगर विश्वविद्यालय की शाखा कृषि विज्ञान केंद्र गैना के विशेषज्ञ प्रगतिशील किसानों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं। जिला मुख्यालय के निकट रई धनौड़ा स्थित मखौलिया जैविक कृषि, फलोत्पादन केंद्र को आत्मा परियोजनार्गत कृषक प्रशिक्षण केंद्र के रूप में मान्यता दे दी गई है।
धनौड़ा स्थित किसान पाठशाला में कृषि विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉक्टर अभिषेक बहुगुणा ने जैविक कृषि के जरिए आर्थिक विकास करने पर जोर दिया। कहा कि जहरीले कीटनाशकों से बचाव के लिए प्राकृतिक खेती और जैविक कीटनाशकों का प्रयोग करना चाहिए। वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉक्टर अलंकार सिंह ने कीटनाशकों के दुष्प्रभावों पर विस्तृत जानकारी दी।
वैज्ञानिकों ने काश्तकारों को सिंचाई के गुर सिखाए
आत्मा परियोजना समन्वयक सुशील कुमार सैनी ने ग्रामीण काश्तकारों को दी जा रही सरकारी योजनाओं की अपील की। विशिष्ट अतिथि मनरेगा लोकपाल जगदीश कलौनी ने प्रगतिशील किसानों से सरकारी योजनाओं का लाभ लेने और मनरेगा योजनान्तर्गत दी जाने वाली योजनाओं की जानकारी दी। समारोह का संचालन किसान भूषण पुरस्कार से सम्मानित पूर्व सूबेदार केशवदत्त मखौलिया ने किया।