कदली वृक्ष लाने के साथ ही हुआ नंदा महोत्सव का शुभारंभ

(देवभूमि समाचार)
रानीखेत(अल्मोडा़)। देवभूमि उत्तराखंड में इस समय माता नंदा सुनंदा के जयकारे के साथ ही नंदा महोत्सव का शुभारंभ हो गया है। पिछले कुछ समय से वैश्विक महामारी कोरोना ने सभी आयोजनों पर विराम लगा दिया था अब फिर थोड़ा सामान्य होने पर कोविड गाईडलाइन के अनुसार आयोजन हो रहे हैं। रानीखेत स्थित माता नंदा देवी परिसर में 131 वां नंदा महोत्सव शनिवार को शुभारंभ हो गया है । कदली वृक्ष लेने के लिए सभी लालकुर्ती रायस्टेट पहुंचे और सामाजिक कार्यकर्ता विमल भट्ट के घर से गाजे बाजे के साथ कदली वृक्ष लाया गया।
इससे पूर्व नगर के तमाम लोगों ने कदली वृक्ष की पूजा की तथा नगर के मुख्य मार्गों से होते हुए लोग मां नंदा और सुनंदा की जय जय कार के साथ कदली वृक्ष को नंदा देवी परिसर लाया गया। नंदा देवी महोत्सव समिति के अध्यक्ष हरीश लाल शाह के अनुसार यह 131 वां महोत्सव है। इस साल जितेंद्र रौतेला और उनकी धर्मपत्नी ममता रौतेला क्रमशः राजा और रानी का दायित्व निभा रहे हैं। उन्होंने बताया कि कोविड-19 की गाइडलाइन के अनुसार मेले को सीमित रूप दिया गया है।
सोशल डिस्टेंसिंग तथा तमाम अन्य नियमों का पालन किया जा रहा है। 13 सितंबर तक केले के वृक्षों पर मां नंदा और सुनंदा की मूर्तियों का निर्माण किया जाएगा। 14 सितंबर को ब्रह्म मुहूर्त में प्राण प्रतिष्ठा के साथ नंदा सुनंदा की स्थापना की जाएगी। उन्होंने बताया कि दो दिवसीय पूजा के बाद 17 सितंबर को समारोह का विधिवत समापन होगा। इस अवसर पर क्षेत्रीय विधायक करन माहरा ने कदली वृक्ष की पूजा की और सभी श्रद्धालुओं को शुभकामनाएं दी। उन्होंने आयोजन में जुटे लोगों के निरंतर प्रयास की सराहना की। कार्यक्रम में राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष ज्योति साह, ब्लाक प्रमुख हीरा रावत, व्यापार मण्डल जिला अध्यक्ष मोहन नेगी, सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे।
समाचार स्रोत: भुवन बिष्ट, रानीखेत, अल्मोड़ा (उत्तराखण्ड)