
भिवानी (हरियाणा) | भिवानी जिले में 19 वर्षीय शिक्षिका मनीषा की रहस्यमयी मौत का मामला अब भी गुत्थी बना हुआ है। इस मामले की जांच कर रही सीबीआई टीम लगातार क्षेत्र में सक्रिय है। जांच अधिकारी अब उस एक किलोमीटर के दायरे में सुराग तलाश रहे हैं जो सिंघानी प्ले स्कूल से नर्सिंग कॉलेज तक फैला हुआ है। यही वह इलाका है जहां मनीषा को आखिरी बार देखा गया था। जानकारी के अनुसार, मनीषा 11 अगस्त को लापता हुई थी। इसके दो दिन बाद, 13 अगस्त की सुबह सिंघानी नहर के पास उसका शव बरामद किया गया। प्रारंभिक जांच में पुलिस के हाथ कोई ठोस सुराग नहीं लगा, जिसके बाद मामला सीबीआई को सौंपा गया।
सीबीआई ने अब तक करीब सात बार सिंघानी नहर और आसपास के क्षेत्र का मुआयना किया है। गुरुवार को भी टीम गांव मनफरा से ढिगावा, फिर ढिगावा से ढाणी लक्ष्मण और भुंगला तक जांच में सक्रिय दिखाई दी। टीम ने ढाणी लक्ष्मण गांव में एक युवक से मनीषा के पिता की शादी से जुड़े कुछ सवाल भी पूछे और फिर मौके से लौट गई। जांच एजेंसी का मानना है कि मनीषा की मौत का राज इसी एक किलोमीटर की दूरी में कहीं छिपा है। सीबीआई इस बात की कड़ियां जोड़ रही है कि लापता होने से लेकर शव मिलने तक मनीषा के साथ क्या हुआ।
मौके की जांच में एक दुकान के सीसीटीवी कैमरे में मनीषा की आखिरी झलक भी दर्ज हुई थी, जब वह नर्सिंग कॉलेज के पास से जाती हुई दिखाई दी थी। इसके बाद उसका कोई सुराग नहीं मिला। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में यह खुलासा हुआ कि मनीषा की मौत शव मिलने से करीब 36 घंटे पहले ही हो चुकी थी। यानी, जिस रात वह लापता हुई थी, उसी रात उसकी मौत हो गई थी। परिजनों के अनुसार, 11 अगस्त की रात मनीषा घर नहीं लौटी तो उन्होंने रातभर तलाश की। उसके पिता संजय ने डायल 112 पर कॉल कर सिंघानी कॉलेज में ईआरवी बुलवाई, साथ ही लोहारू थाना जाकर शिकायत भी दर्ज कराई।
पुलिस ने कॉलेज में पूछताछ की, लेकिन मनीषा के बारे में कोई ठोस जानकारी नहीं मिली। अब सीबीआई इस रहस्य को सुलझाने की कोशिश कर रही है कि आखिर मनीषा के साथ उस रात क्या हुआ था — वह कॉलेज से कहां गई, किससे मिली, और नहर तक कैसे पहुंची। जांच एजेंसी का पूरा ध्यान अब उसी एक किलोमीटर की दूरी में छिपे उस राज़ पर है, जो मनीषा की मौत की सच्चाई तक पहुंचा सकता है।