August 1, 2025

6 thoughts on “मेरे विचार : मैं कौन हूं, लक्ष्यविहीन जीवन…!

  1. विषय बडा ही चिंतन मनन योग्य है । मगर आज का इंसान बिना कामकाज के भी काफी व्यस्त हैं और उसकी चिंतन शक्ति न के बराबर हैं । वह बेकार की बहस कर सकता हैं लेकिन चिंतन मनन नहीं । यह आज का कटु सत्य हैं जिसे हम नकार नहीं सकते ।

    1. बहुत ही समसामयिक विषय को चुनकर बड़े ही चिंतन मनन के साथ और मंथन के साथ लिखा गया है l आज का मनुष्य जिस युग में जी रहा है वह एक कठिन दौर है l भागदौड़ भरी जिंदगी l धैर्य रह नहीं गया है l सहनशीलता भी नहीं रही l ऐसे में चिंतित और भागमभाग भरी ज़िन्दगी में सुकून से बैठ कर अगर उस article को पढ़ लिया जाए तो अमल भी किया जा सकता है और ज़िन्दगी को बेहतर ढंग से जिया जा सकता है l
      साधुवाद 💐

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Verified by MonsterInsights