साहित्य लहर
मेरी पहचान हैं… मेरे पापा
संजना
11वीं कक्षा की छात्रा, कांगड़ा (हिमाचल प्रदेश)
मेरी पहचान हैं,
मेरे पापा।
मेरी हर खुशी हैं ,
मेरे पापा।
मेरी जान हैं
मेरे पापा।
मेरा हौसला हैं ,
मेरे पापा।
मेरा जनून हैं,
मेरे पापा।
मेरी मुसकान हैं ,
मेरे पापा।
मेरा सुख हैं,
मेरे पापा।
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