***
उत्तराखण्ड समाचार

इस यात्राकाल में 14 लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं ने किए दर्शन

इस यात्राकाल में 14 लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं ने किए दर्शन… उत्तराखंड चारधाम तीर्थ पुरोहित महापंचायत के महासचिव डॉ. बृजेश सती का कहना है कि धाम में यात्रियों के कम संंख्या में पहुंचने का मुख्य कारण ऑनलाइन पंजीकरण और यात्रियों की संख्या सीमित करना भी रहा है। यात्रा के शुरू में हरिद्वार और ऋषिकेश से ऑफलाइन पंजीकरण वाले यात्रियों को भेज दिया गया।

बदरीनाथ (चमोली)। बदरीनाथ धाम के कपाट रविवार को शीतकाल के लिए बंद कर दिए गए। हालांकि, पिछले दो साल की तुलना में इस साल श्रद्धालुओं की संख्या में काफी कमी आई है, मगर श्रद्धालुओं में खूब उत्साह रहा। एक माह में धाम में तीन लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने दर्शन किए, जबकि इस यात्राकाल में 14 लाख से अधिक श्रद्धालु दर्शनों के लिए पहुंचे। इस साल 12 मई को बदरीनाथ धाम की यात्रा शुरू हुई थी और 17 नवंबर को कपाट बंद कर दिए गए।

190 दिन चली यात्रा में इस साल 14 लाख से अधिक श्रद्धालु दर्शनों के लिए पहुंचे, जबकि 2023 में 18 लाख 42 हजार 19 और 2022 में 17 लाख 60 हजार 646 श्रद्धालु बदरीनाथ पहुंचे थे। हालांकि, पिछले साल की तुलना में इस साल 12 प्रतिशत तो 2022 की तुलना में आठ प्रतिशत श्रद्धालुओं की संख्या कम रही। वर्ष 2023 में 16 हजार श्रद्धालुओं ने बदरीनाथ के दर्शन किए थे। इस साल आखिरी एक माह में श्रद्धालुओं की संख्या में खासा इजाफा देखने को मिला।

बीते 16 अक्तूबर को धाम में पहुंचने वाले श्रद्धालुओं की संख्या 11,33,926 थी, जो 17 नवंबर को कपाट बंद होने पर 14 लाख से अधिक पहुंच गई। इस साल धाम में श्रद्धालुओं की संख्या कम होने के पीछे कई कारण माने जा रहे हैं। पिछले साल धाम की यात्रा 27 अप्रैल को शुरू हुई थी, जबकि इस साल 15 दिन बाद यात्रा शुरू हुई।

उत्तराखंड चारधाम तीर्थ पुरोहित महापंचायत के महासचिव डॉ. बृजेश सती का कहना है कि धाम में यात्रियों के कम संंख्या में पहुंचने का मुख्य कारण ऑनलाइन पंजीकरण और यात्रियों की संख्या सीमित करना भी रहा है। यात्रा के शुरू में हरिद्वार और ऋषिकेश से ऑफलाइन पंजीकरण वाले यात्रियों को भेज दिया गया। साथ ही इस साल यात्रा 15 दिन देर से शुरू हुई, जिससे धाम में यात्रियों की संख्या में गिरावट आई। अगले यात्रा सीजन में सरकार को पंजीकरण व संख्या सीमित करने को लेकर विचार करना होगा।

बहू ने प्रेमी और दो दोस्तों के संग मिलकर कराई बेटे की हत्या


इस यात्राकाल में 14 लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं ने किए दर्शन... उत्तराखंड चारधाम तीर्थ पुरोहित महापंचायत के महासचिव डॉ. बृजेश सती का कहना है कि धाम में यात्रियों के कम संंख्या में पहुंचने का मुख्य कारण ऑनलाइन पंजीकरण और यात्रियों की संख्या सीमित करना भी रहा है। यात्रा के शुरू में हरिद्वार और ऋषिकेश से ऑफलाइन पंजीकरण वाले यात्रियों को भेज दिया गया।

Devbhoomi Samachar

देवभूमि समाचार में इंटरनेट के माध्यम से पत्रकार और लेखकों की लेखनी को समाचार के रूप में जनता के सामने प्रकाशित एवं प्रसारित किया जा रहा है।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
Verified by MonsterInsights