प्रमुख उद्देश्य : छिपी हुई गायन कलाओं उजागर करना
श्री सनातन धर्म धर्मार्थ समिति भजन गायकी प्रतियोगिता 2022 का भव्य शुभारम्भ
(देवभूमि समाचार)
देहरादून। देहरादून की प्राचीन धार्मिक और सामाजिक संस्था श्री सनातन धर्म धर्माथ समिति एवं श्री सनातन धर्म कन्या इंटर कॉलेज द्वारा ‘वार्षिक भजन गायन प्रतियोगिता 2022’ के शुभारंभ पर 40 विद्यालयों से आये लगभग 250 से अधिक प्रतिभागियों ने निःशुल्क रजिस्ट्रेशन के पश्चात ऑडिशन चरण में प्रस्तुति दी। भजन प्रतियोगिता को तीन वर्ग में विभाजित किया गया है।
भारतीय भक्ति संगीत को बढ़ावा
प्रतियोगिता के शुभारंभ पर श्री सनातन धर्म धर्मार्थ समिति के प्रधान राकेश ओबेरॉय ने सभी प्रतियोगियों का स्वागत करते हुए कहा कि भजन गायकी प्रतियोगिता का उद्देश्य भारतीय भक्ति संगीत को बढ़ावा देना और नई पीढ़ी में आध्यात्मिक संगीत के प्रति रुचि जगाना है।
पिछले 5 वर्षों से इस प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है, और गत वर्षों की भांति इस वर्ष भी भजन गायकी में युवाओं की भजन गायन में रुचि देखकर हम उत्साहित हैं।
विद्यालयीय छात्रों पर है केंद्रित
प्रतियोगिता की विस्तृत जानकारी देते हुए प्रतियोगिता की संयोजिका इंदु दत्ता ने बताया इस वर्ष की प्रतियोगिता में विद्यालयों में पढ़ने वाले छात्रों पर केंद्रित किया गया है। उन्होने बताया कि देहरादून और आसपास के शहरो से करीब 40 विद्यालयों ने इस प्रतियोगिता में भाग लिया है।
इनमे हिमज्योति, वेल्हम ब्वॉयज, सेंट जोसेफ, दून इंटरनेशनल, एम के पी इंटर कॉलेज, कॉन्वेंट ऑफ जीसस एंड मेरी के साथ अन्य 40 विद्यालयों ने प्रतिभाग किया है।
छात्रों में छिपी हुई भजन गायन कलाओं को राष्ट्रीय स्तर पर उजागर करना ही प्रतियोगिता का प्रमुख उद्देश्य है। भजन गायन की यह प्रतियोगिता ऐसी प्रतिभाओं के लिए एक मील का पत्थर साबित हो रहा हैं जिससे वह अपने भजन गायन को विकसित करते हुए रोजगार के साथ अपनी प्रतिभा के बल पर आर्थिक उन्नयन के शिखर को प्राप्त कर सकते हैं।
भव्य होगा ग्रैंड फिनाले
वार्षिक भजन प्रतियोगिता का सेमीफाइनल राउंड 09 अगस्त 2022 को गीता भवन देहरादून में आयोजित किया जाएगा एवं ग्रैंड फिनाले 13 अगस्त को आयोजित किया जाएगा।
इस अवसर पर राकेश ओबेरॉय, विपिन नागलिया, गुलशन खुराना, यशवंत दत्ता, जितेन्द्र कपूर, राजू पूरी, धर्मी मिश्रा एवं इंदु दत्ता उपस्थित रहे।
समाचार स्रोत : भजन प्रतियोगिता, श्री सनातन धर्म धर्मार्थ समिति