
गढ़वाल आयुक्त विनय शंकर पांडेय ने जानकारी दी कि प्रदेश में मौसम साफ होने और मार्गों को दुरुस्त कर दिए जाने के बाद केदारनाथधाम और बदरीनाथधाम की यात्रा को बहाल कर दिया गया है। शनिवार से दोनों धामों की यात्रा शुरू कर दी गई है और श्रद्धालु अब दर्शन कर सकते हैं।
- प्रशासन ने श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए ऑनलाइन पंजीकरण प्रणाली फिर से खोल दी है।
- पंजीकरण के बिना किसी भी यात्री को यात्रा की अनुमति नहीं दी जाएगी।
- मौसम और सुरक्षा की स्थिति पर लगातार निगरानी रखी जा रही है।
गंगोत्री और यमुनोत्री धाम की स्थिति
अभी तक गंगोत्रीधाम और यमुनोत्रीधाम की यात्रा को शुरू नहीं किया गया है।
- इन धामों को जोड़ने वाले मार्गों पर जगह-जगह भूस्खलन हुआ है और सड़कें पूरी तरह से सुरक्षित नहीं मानी जा रही हैं।
- प्रशासन का कहना है कि जैसे ही स्थिति सामान्य होगी और मार्ग पूरी तरह बहाल हो जाएंगे, वैसे ही इन दोनों धामों की यात्रा भी शुरू कर दी जाएगी।
- श्रद्धालुओं से अपील की गई है कि वे जल्दबाज़ी न करें और केवल प्रशासन की आधिकारिक सूचना के बाद ही यात्रा की योजना बनाएं।
चारधाम यात्रा में शामिल केदारनाथ और बदरीनाथ के दर्शन की अनुमति मिलना श्रद्धालुओं के लिए बड़ी राहत है। इन धामों में हर दिन हजारों यात्री दर्शन के लिए पहुंचते हैं और यात्रा की रफ्तार रुकने से स्थानीय व्यापार और पर्यटन पर भी असर पड़ता है। यात्रा बहाल होने से स्थानीय लोगों को भी आर्थिक राहत मिलने की उम्मीद है।
प्रशासन की अपील और सुरक्षा इंतजाम
- प्रशासन ने यात्रियों से अपील की है कि वे मौसम की स्थिति को देखते हुए ही यात्रा करें।
- यात्रा पर निकलने से पहले मौसम विभाग के अलर्ट और स्थानीय प्रशासन की एडवाइजरी जरूर देखें।
- मार्गों पर सुरक्षा और चिकित्सा सुविधाओं को बढ़ाया गया है।
- पुलिस और आपदा प्रबंधन की टीमें लगातार यात्रियों की मदद के लिए तैनात हैं।