
हलवारा (पंजाब) | यह दर्दनाक घटना शुक्रवार दोपहर करीब 3:15 बजे की है। मृतक तेजपाल सिंह पुत्र रघवीर सिंह, जो गांव गिद्दड़विंडी (बेट क्षेत्र) का रहने वाला था, अपने दो दोस्तों के साथ हरि सिंह अस्पताल रोड स्थित एक फैक्टरी के पास जा रहा था। उसी दौरान उसका आमना-सामना एक पुराने विवाद वाले गुट से हो गया। देखते ही देखते दोनों पक्षों में तेज बहस और झगड़ा शुरू हो गया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, विवाद के बीच दूसरे गुट के एक युवक ने पिस्तौल निकालकर तेजपाल के सीने पर गोली दाग दी। गोली लगते ही तेजपाल जमीन पर गिर पड़ा और लहूलुहान हो गया।
उसके साथी तुरंत उसे गाड़ी में डालकर जगरांव सिविल अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने हमलावरों की पहचान हरप्रीत सिंह उर्फ हनी और जोबनप्रीत सिंह उर्फ काला पुत्र दलजीत सिंह के रूप में की है। दोनों आरोपी वारदात के बाद मौके से फरार हो गए। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि तेजपाल और आरोपियों के बीच पुरानी व्यक्तिगत रंजिश थी, जो पहले भी कई बार छोटे झगड़ों का कारण बन चुकी थी। पुलिस सूत्रों के अनुसार, दोनों गुटों में कबड्डी टूर्नामेंट के दौरान झगड़ा हुआ था, जो बाद में निजी दुश्मनी में बदल गया। उसी रंजिश के चलते शुक्रवार को यह खूनी टकराव हुआ।
घटना स्थल और पुलिस की प्रतिक्रिया:
घटना हरि सिंह अस्पताल रोड पर हुई, जो जगरांव एसएसपी कार्यालय से महज कुछ सौ मीटर की दूरी पर है। इतनी संवेदनशील जगह पर हुई वारदात ने स्थानीय प्रशासन को चौकन्ना कर दिया है। घटना की सूचना मिलते ही थाना सिटी पुलिस, सीआईए स्टाफ और फॉरेंसिक टीम मौके पर पहुंची। सड़क पर पड़े खून के धब्बे और फैली अफरातफरी से लोगों में भय और गुस्सा दोनों देखने को मिले। पुलिस ने मौके से एक खोखा और कुछ खून के नमूने बरामद किए हैं।
मृतक तेजपाल सिंह की हत्या की खबर फैलते ही जगरांव और आसपास के गांवों में सनसनी फैल गई। कई लोगों ने पुलिस पर सवाल उठाते हुए कहा कि एसएसपी कार्यालय के पास इस तरह की वारदात पुलिस व्यवस्था की नाकामी को दर्शाती है। मृतक के परिजनों ने आरोप लगाया कि तेजपाल को पहले भी जान से मारने की धमकियां मिल रही थीं, लेकिन पुलिस को शिकायत देने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हुई। परिजनों ने आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी और सख्त सजा की मांग की है।
पुलिस कार्रवाई और बयान:
घटना के बाद डीएसपी (जगरांव) और सीआईए इंचार्ज ने स्थल का निरीक्षण किया। डीएसपी ने बताया कि —
“प्रारंभिक जांच में यह मामला व्यक्तिगत रंजिश से जुड़ा लग रहा है। दोनों आरोपियों की पहचान कर ली गई है और उनकी तलाश के लिए पुलिस टीमों को रवाना कर दिया गया है। बहुत जल्द आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।”
पुलिस ने आसपास के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगालनी शुरू कर दी है ताकि वारदात के सटीक क्रम और हमलावरों के भागने की दिशा का पता लगाया जा सके। तेजपाल सिंह एक उभरता हुआ कबड्डी खिलाड़ी था और पिछले कुछ वर्षों से कई स्थानीय और राज्य स्तरीय टूर्नामेंटों में खेल चुका था। गांव में उसकी पहचान एक संयमी और अनुशासित खिलाड़ी के रूप में थी। दोस्तों के अनुसार, वह हाल ही में विदेशी लीग में खेलने की तैयारी भी कर रहा था। उसकी अचानक हुई मौत ने न केवल परिवार बल्कि खेल जगत को भी स्तब्ध कर दिया है।
पोस्टमार्टम और आगे की जांच:
शव को सिविल अस्पताल, जगरांव में पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। डॉक्टरों ने पुष्टि की है कि गोली सीधे हृदय के ऊपर लगी, जिससे अत्यधिक रक्तस्राव हुआ और मौके पर ही उसकी मृत्यु हो गई।
पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर लिया है और आरोपियों के घरों पर छापेमारी की जा रही है। तेजपाल सिंह की हत्या ने एक बार फिर पंजाब में गुटबाजी और निजी रंजिश के चलते बढ़ते अपराधों पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
खेल के मैदान में परिश्रम और संघर्ष से नाम कमाने वाले एक युवा खिलाड़ी की बीच सड़क पर हत्या इस बात का प्रतीक है कि रंजिश और अहंकार का खेल अब समाज में भयावह रूप ले चुका है। लोगों की यही मांग है कि तेजपाल को न्याय मिले और अपराधियों को जल्द से जल्द सख्त सजा दी जाए, ताकि भविष्य में कोई और खिलाड़ी इस तरह की हिंसा का शिकार न बने।
 
     
 
                       
                       
                       
                       
                      







