राष्ट्रमंडल खेलों में भारतीय खिलाड़ियों का दमखम
ओम प्रकाश उनियाल
बर्मिंघम में संपन्न हुए 22वें राष्ट्रमंडल खेलों में भारतीय खिलाड़ियों ने जो दम दिखाकर भारत का गौरव बढ़ाया है वह भारत के लिए गर्व की बात है। भारत ने कुल 61 पदक हासिल किए। एक तरफ भारत आजादी का अमृत महोत्सव कार्यक्रम के तहत हर घर तिरंगा अभियान चलाकर झंडे की शोभा बढ़ा रहा है वहीं दूसरी ओर भारतीय खिलाड़ियों ने राष्ट्रमंडल खेलों में अच्छा प्रदर्शन कर भारत के झंडे का मान बढ़ाया है।
28 जुलाई से 8 अगस्त तक आयोजित राष्ट्रमंडल खेलों में 72 देशों ने भाग लिया। पदक तालिका में भारत चौथे स्थान पर रहा। पहले स्थान पर आस्ट्रेलिया (178 पदक), दूसरे स्थान पर इंग्लैण्ड (176 पदक) तथा तीसरे स्थान पर कनाड़ा (92 पदक) रहा। जैसाकि, इस बार कुश्ती, तीरंदाजी, शूटिंग जैसे खेलों को सूची से हटा दिया गया था। जिससे पदकों की संख्या बढ़ने की उम्मीद की जा सकती थी।
महिला क्रिकेट नया खेल भी जोड़ा गया था। खैर, खिलाड़ियों का प्रदर्शन इतना हताश करने वाला भी नहीं था। भारतीय खिलाड़ियों ने जिस तैयारी के साथ खेल खेले उनकी मेहनत रंग लायी। यह बात तो सबको स्वीकारनी होगी कि हमारे देश के सभी खिलाड़ियों को अन्य देशों के खिलाड़ियों की अपेक्षा इतनी सुविधाएं उपलब्ध नहीं हो पाती।
इसके बाबजूद वे अपनी लगन और मेहनत के बल पर विभिन्न परिस्थितियों का सामना कर राष्ट्रमंडल खेलों में भाग लेते हैं। खेलों की प्रतिस्पर्धा में चाहे खिलाड़ी जीते हों या हारें हों सबको बराबर सम्मान मिलना चाहिए। ताकि उनका मनोबल न गिरे। अगली प्रतियोगिताओं में और अधिक उत्साह एवं जोश के साथ भाग ले सकें।
¤ प्रकाशन परिचय ¤
From »ओम प्रकाश उनियाललेखक एवं स्वतंत्र पत्रकारAddress »कारगी ग्रांट, देहरादून (उत्तराखण्ड) | Mob : +91-9760204664Publisher »देवभूमि समाचार, देहरादून (उत्तराखण्ड) |
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