कलाकृतियों की कला प्रदर्शनी का उद्घाटन
पटना में कला दिवस के अवसर पर पेंटिंग, मृण्मूर्तियां और काष्ठ कलाकृतियों की प्रदर्शनी का आयोजन...
मधुबनी चित्रकला शैली की प्रदर्शित कलाकृतियों में बिहार के सामाजिक-सांस्कृतिक जीवन की सुंदर झांकी का समावेश कैनवास पर किया गया…
राजीव कुमार झा
पटना कला संस्कृति एवं युवा विभाग बिहार पटना तथा बिहार ललित कला अकादमी, पटना के संयुक्त तत्वावधान में कला दिवस के अवसर पर बिहार ललित कला अकादमी पटना में रक्षित कलाकृतियों की कला प्रदर्शनी का उद्घाटन श्री जितेन्द्र कुमार राय, माननीय मंत्री, कला, संस्कृति एवं युवा विभाग, बिहार, पटना के द्वारा किया गया। माननीय मंत्री जी एवं निद्शेक, सांस्कृतिक कार्य निदेशालय को अकादमी सचिव द्वारा पुष्प गुच्छ तथा यक्षिणी का मेमेन्टो देकर सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर बिहार संगीत नाटक अकादमी, बिहार, पटना के द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम रेखा झा, लोक गायिका की प्रस्तुति बहुद्देशीय सांस्कृतिक परिसर, कन्सर्ट हॉल में किया गया। बिहार ललित कला अकादमी में रक्षित कलाकृतियों की प्रदर्शनी अकादमी की तीनों कला दीर्घाओं में आयोजित की गयी है। इस प्रदर्शनी में कुल 105 (एक सौ पांच) कलाकृतियों को प्रदर्शित किया गया है। यह प्रदर्शनी दिनांक 22.10.2022 तक पूर्वाहन 11.00 बजे से अपराह्न 06.00 बजे तक खुली रहेगी।
इस अवसर पर श्री अरविन्द कुमार तिवारी, सहायक सचिव, श्री अनिल कुमार, कार्यपालक अभियंता, कला, संस्कृति एवं युवा विभाग, बिहार, श्री सुषांत कुमार, प्रशाखा पदाधिकारी, श्री दीनानाथ गोस्वामी, श्री धीरज कुमार, श्री निशांत कुमार, श्री बिरेन्द्र कुमार सिंह, श्री मनोज कुमार बच्चन, श्री हरिकृष्ण सिंह मुन्ना, अर्चना सिन्हा, श्री रामू कुमार, श्री राजेश कुमार, श्री जितेन्द्र मोहन, सुदीपा घोष, ओमकार नाथ, विजय कुमार, चन्दन कुमार, कुमारी शिल्पी रानी, अमलेश कुमार, ओम कुमार, मंटु कुमार एवं सुरेन्द राम एवं अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
इस प्रदर्शनी में बिहार की मधुबनी चित्रकला शैली की प्रदर्शित कलाकृतियों में बिहार के सामाजिक – सांस्कृतिक जीवन की सुंदर झांकी का समावेश कलाकारों के द्वारा कैनवास पर किया गया है और इसके अलावा प्रदर्शनी में मृण्मूर्तिकला , काष्ठ कला की कृतियों में भी जीवन के सहज भावों विचारों को कलाकारों ने प्रस्तुत किया है. कला प्रकृति से निरंतर संवाद रचती रहती है और इस प्रदर्शनी की कलाकृतियां ग्राम्य परिवेश के अलावा प्रकृति नारी जीवन और बौद्धधर्म के अलावा पक्षी जीवन के प्रति भी अनुभूतियों और संवेदनाओं को कला के फलक पर संवेदना से उकेरती प्रतीत हुईं.
¤ प्रकाशन परिचय ¤
From »राजीव कुमार झाकवि एवं लेखकAddress »इंदुपुर, पोस्ट बड़हिया, जिला लखीसराय (बिहार) | Mob : 6206756085Publisher »देवभूमि समाचार, देहरादून (उत्तराखण्ड) |
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