
🌟🌟🌟
देहरादून में आयोजित 47वीं ऑल इंडिया पब्लिक रिलेशंस कॉन्फ्रेंस में IAS अधिकारी बंशीधर तिवारी को सुशासन में उत्कृष्टता के लिए राष्ट्रीय सम्मान प्रदान किया गया। प्रशासनिक दक्षता, पारदर्शी शासन और जनता से प्रभावी संवाद के क्षेत्र में उनके योगदान को राष्ट्रीय स्तर पर सराहा गया।
- जनसंचार के माध्यम से सुशासन को नई मजबूती देने वाले IAS बंशीधर तिवारी सम्मानित
- पारदर्शिता और प्रशासनिक दक्षता का प्रतीक बना उत्तराखंड का नेतृत्व मॉडल
- ऑल इंडिया पीआर कॉन्फ्रेंस में उत्तराखंड को मिला राष्ट्रीय गौरव
- डिजिटल संवाद और संवेदनशील प्रशासन से जनता का विश्वास मजबूत
देहरादून। मृदभाषी, मिलनसार और प्रशासनिक दक्षता के लिए पहचाने जाने वाले IAS अधिकारी बंशीधर तिवारी को सुशासन में उत्कृष्ट योगदान के लिए राष्ट्रीय सम्मान से नवाजा गया है, जो उत्तराखंड के लिए एक गौरवपूर्ण उपलब्धि के रूप में देखा जा रहा है। वर्तमान में अपर सचिव मुख्यमंत्री, महानिदेशक सूचना, उपाध्यक्ष एमडीडीए और उत्तराखंड फिल्म विकास परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी जैसी कई अहम जिम्मेदारियों का कुशलतापूर्वक निर्वहन कर रहे बंशीधर तिवारी को यह सम्मान देहरादून में आयोजित 47वीं ऑल इंडिया पब्लिक रिलेशंस कॉन्फ्रेंस के भव्य और गरिमामय समारोह में प्रदान किया गया।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राष्ट्रीय मंच से उन्हें सम्मानित करते हुए कहा कि सुशासन केवल नीतियों से नहीं, बल्कि जनता से संवाद, पारदर्शिता और संवेदनशील प्रशासन से साकार होता है, और बंशीधर तिवारी इस अवधारणा के सशक्त उदाहरण हैं। सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के माध्यम से उन्होंने सरकारी नीतियों, योजनाओं और जनकल्याणकारी कार्यक्रमों को आम नागरिक तक सरल, स्पष्ट और प्रभावी ढंग से पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, जिससे शासन और जनता के बीच विश्वास का सेतु और मजबूत हुआ है।
डिजिटल माध्यमों के रचनात्मक उपयोग, आधुनिक संचार तकनीकों, नवाचार और समयबद्ध सूचना प्रणाली के जरिए उन्होंने उत्तराखंड में जनसंचार को नई दिशा दी है और सुशासन की प्रक्रिया को अधिक सहभागी तथा उत्तरदायी बनाया है। उल्लेखनीय है कि 13 से 15 दिसंबर तक देहरादून में आयोजित इस 47वीं ऑल इंडिया पब्लिक रिलेशंस कॉन्फ्रेंस में देशभर से जनसंपर्क, मीडिया और कम्युनिकेशन क्षेत्र के विशेषज्ञ हिस्सा ले रहे हैं, जिसे पब्लिक रिलेशंस सोसाइटी ऑफ इंडिया (PRSI) द्वारा “विकसित भारत @2047: विकास भी, विरासत भी” विषय पर आयोजित किया गया है।
सम्मेलन के दौरान सुशासन, पारदर्शिता, डिजिटल कम्युनिकेशन और राष्ट्र निर्माण में जनसंपर्क की भूमिका पर गहन विचार-विमर्श हो रहा है, और ऐसे राष्ट्रीय मंच पर IAS बंशीधर तिवारी को मिला यह सम्मान न केवल उनके व्यक्तिगत योगदान की मान्यता है, बल्कि उत्तराखंड के प्रशासनिक मॉडल और प्रभावी जनसंचार व्यवस्था के लिए भी एक बड़ी उपलब्धि के रूप में देखा जा रहा है।





