प्रतिभा को निखरने का पूरा मौका दें : माथुर

सुनील कुमार माथुर
बाल प्रहरी एवं बाल साहित्य संस्थान अल्मोड़ा उतराखण्ड ध्दारा गूगल मीट पर गूरुवार 13 अक्टूबर को आयोजित अभिभावक सम्मेलन में आमंत्रित अभिभावकों ने शानदार प्रस्तुति दी और जमकर वाह – वाही लूटी। इस अभिभावक सम्मेलन में राजस्थान , उतर प्रदेश , मध्यप्रदेश , गुजरात , झारखंड से आमंत्रित अभिभावकों ने अपनी स्वर रचित कविता, लोककथा, देशभक्ति गीत , लोकगीत व भजन प्रस्तुत किये एंव अभिभावकों ने शानदार प्रस्तुति दी।
वही दूसरी ओर सुंदर शब्दों और शिल्पकारी से अपनी बात रखी । जिसकर्णन नहीं किया जा सकता । भजनों की शानदार प्रस्तुति से वातावरण भक्तिमय हो गया। मत रोको गंगा की धारा अविरल बहनों दो…(गीत), कविता अनपढ मां , चांद किस किसके चांद , हे लक्ष्मी मां जैसी प्रस्तुतियां सुनकर मन भाव विभोर हो गया।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि के पद से संबोधित करते हुए साहित्यकार सुनील कुमार माथुर ने कहा कि प्रतिभा को निखरने का पूरा मौका दिया जाना चाहिए न कि उन्हें दबाने का प्रयास करें । चूंकि बच्चों के सर्वागिण विकास में उन्हें रचनात्मक कार्य में सदैव प्रोत्साहन दिया जाना चाहिए । वही ऐसे रचनात्मक मिशन निरन्तर चलते रहने चाहिए।
बाल प्रहरी के मार्गदर्शक आकाश सारस्वत ने अपने उद् बोधन में कहा कि बालकों के सर्वांगीण विकास में यह मंच बेहतर साबित हो रहा हैं । उन्होंने कहा कि करवा चौथ पर यह अभिभावक सम्मेलन सार्थक सिध्द हो रहा है । फूलों को धागे के माध्यम से माला के रुप में पिरोया गया हैं । वही हम अपने कार्य को बेहतर ढंग से पूरा कर पायेगे । डा अशोक कुमार नेगी ने अपने उद् बोधन में कहा कि इस कार्यशाला से उदय किरौला ने देश भर को एकता के सूत्र में बांध रखा हैं।
आमंत्रित अभिभावकों में श्रीमती शोभा बिष्ट , कु. किरण बिष्ट , सुश्री मोहिता मुकेश , श्रीमती एकात्मकता शर्मा , गोविन्द बल्लभ भट्ट , श्रीमती प्रतिमा यादव , नन्द किशोर जोशी , ओमप्रकाश फुलारा व कृपाल सिंह ने अपनी – अपनी कविता , गीत व भजन प्रस्तुत किये । वहीं वाह वाही भी लुटते रहे।
सम्मेलन की अध्यक्षता प्रमोद दीक्षित ने की व मुख्य अतिथि जोधपुर के साहित्यकार सुनील कुमार माथुर थे । विशिष्ट अतिथि के रुप में प्रकाश चन्द्र पांडेय , श्रीमती नमिता पांडेय , सुमित श्रीवास्तव व श्रीमती नीतू ठाकुर थी । कार्यक्रम का संचालन संतोष मालवीय ने बहुत ही बेहतर ढंग से व कुशल एवं दमदार संचालन किया।
अंत में बाल प्रहरी एवं बाल साहित्य संस्थान अल्मोड़ा उतराखण्ड के सचिव उदय किरौला व साहित्यकार श्याम पल्ट पांडेय ने सभी का आभार व्यक्त किया । पांडेय ने अपने उद् बोधन में कहा कि करवाचौथ दाम्पत्य प्रेम का अनूठा उदाहरण है । पत्नी के त्याग को देखकर आज कुछ स्थानों पर पति भी व्रत करने लगे हैं। यह भारतीय संस्कृति की महानता हैं । यह सम्मेलन दो घंटे तक निर्बाध रूप से चला।
¤ प्रकाशन परिचय ¤
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From »सुनील कुमार माथुरस्वतंत्र लेखक व पत्रकारAddress »33, वर्धमान नगर, शोभावतो की ढाणी, खेमे का कुआ, पालरोड, जोधपुर (राजस्थान)Publisher »देवभूमि समाचार, देहरादून (उत्तराखण्ड) |
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Nice
Very nice
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बहुत ही सराहनीय कार्य किया है, देवभूमि ने इस तरह गूगल पर बच्चों को मौक़ा देने के का कार्य कर। आशा है आगे भी ऐसा प्रयास किया जाता रहेगा ।
Good effort for children on google meet.
Very nice article
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