साहित्य लहर
दोस्ती
सुनील कुमार
दूर होकर भी अपनेपन का एहसास देती है
दोस्ती एक सुखद एहसास होती है।
खुशी हो या गम हर पल साथ देती है
दोस्ती एक सुखद एहसास होती है।
जुबां रहती है खामोश पर हर बात कह देती है
गमों को भुलाकर लबों पर मुस्कान देती है
दोस्ती एक सुखद एहसास होती है।
छोड़ देती है सारी दुनिया जब साथ
सच्ची दोस्ती ही तब साथ देती है
दोस्ती एक सुखद एहसास होती है।
जीवन की हर मुश्किल आसान कर देती है
हर पल अपनेपन का एहसास देती है
दोस्ती एक सुखद अहसास होती है।
सब रिश्तों में खास होती है
बहुत नाज़ुक इसकी साख होती है
दोस्ती एक सुखद एहसास होती है।
¤ प्रकाशन परिचय ¤
From »सुनील कुमारलेखक एवं कविAddress »ग्राम : फुटहा कुआं, निकट पुलिस लाइन, जिला : बहराइच, उत्तर प्रदेश | मो : 6388172360Publisher »देवभूमि समाचार, देहरादून (उत्तराखण्ड) |
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