कालीताल में 3 नाबालिगों सहित चार की हो चुकी है मृत्यु
बेरीनाग स्थित कालीताल झील में हो रही मौतों पर बाल कल्याण समिति का संज्ञान, प्रशासन से मांगा जवाब
कालीताल में नहाने पर अब पूरी तरह प्रतिबंध कर दिया गया है। सुरक्षा के उपाय किये जा रहे हैं ।इस संदर्भ में बीडीओ को जाली और तार बाड़ करने के निर्देश कर दिए हैं।
-अनिल कुमार शुक्ला, एसडीएम, बेरीनाग
बेरीनाग। तहसील मुख्यालय से 12 किलोमीटर दूर कांडे गांव में स्थित कालीताल पर हो रही मौत पर प्रकाशित खबरों का जिला बाल कल्याण समिति ने संज्ञान लिया है। समिति ने स्थानीय प्रशासन से इन मौतों पर स्पष्टीकरण मांग लिया है।
एक अक्टूबर को भट्टीगांव के 15 वर्षीय युवक राहुल चन्याल की मौत कालीताल में डूबकर हुई थी। पूर्व में भी यहां पर डूबकर तीन बच्चों समेत चार लोगों की असामयिक मौत हो चुकी है । इस स्थल पर पुलिस अधीक्षक की तरफ से केवल एक चेतावनी बोर्ड लगाया गया है। इस स्थल पर पुलिस प्रशासन, तहसील प्रशासन, पर्यटन विभाग अथवा किसी अन्य एजेंसी का कोई उत्तरदायित्व नहीं है।
इन सब स्थितियों को लेकर के पिथौरागढ बाल कल्याण समिति ने खेद जताते हुए बेरीनाग के उप जिलाधिकारी समेत सभी जिम्मेदार अधिकारियों से कालीताल झील में बरती जा रही लापरवाही पर पर्यटन गतिविधियों के संचालन पर सवाल उठाए हैं। समिति ने खेद व्यक्त करते हुए कालीताल में सुरक्षा के बोर्ड के अलावा पुलिस और पर्यटन विभाग के द्वारा आज तक किए गए उपायों की जानकारी मांगी है।
समिति ने इस प्रकरण को अत्यधिक संवेदनशील बताते हुए तत्काल कार्रवाई के निर्देश जारी किए हैं। ज्ञातव्य है कि बाल कल्याण समिति, किशोर न्याय अधिनियम के तहत न्यायिक मजिस्ट्रेट की पीठ है और नाबालिग बच्चों के संरक्षण व पुनर्वास से लेकर तमाम गतिविधियों पर सक्रिय रूप से भागीदार है। उल्लेखनीय है कि कालीताल पर लम्बे समय से स्थानीय लोग प्रतिबंध लगाने की मांग कर रहे हैं लेकिन उसके बाद भी यहां पर रोक नहीं लग पा रही है।
चेतावनी बोर्ड और तार बाड़ के बाद भी आते हैं बच्चे और नौजवान
बेरीनाग। कालीताल में पहली मौत के बाद पुलिस के द्वारा ताल के पास चेतावनी बोर्ड लगाने के साथ ही ताल के चारों और कंटीले तार बाड़ लगाए गए। तहसील प्रशासन ने भी यहां नहाने वाले करीब एक दर्जन लोगों का चालान भी किया, लेकिन उसके बाद भी मौजमस्ती के लिए नौजवान पहुंच रहे हैं। इसमें बड़ी संख्या में नशा करने वाले युवक युवतियां मासूम बच्चे शामिल हैं। इस स्थल के चारों ओर शराब, वियर की बोतलें भी सरेआम देखी जा सकती हैं।
कालीताल में लगातार मौत हो रही है, यहां पर प्रशासनिक बदइंतजामी को देखते हुए इस ताल के इस्तेमाल पर पूरी तरह रोक लगाई चाहिए। इस संबंध में पूर्व में कई बार पुलिस प्रशासन को लिखित में दिया जा चुका है लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई, यह अत्यंत दुःखद है।
-प्रेमा देवी ग्राम प्रधान कांडे