अभिलेखों में दर्ज सड़क धरातल पर मिली गायब
शांतिपुरी नंबर-2 बाजार में दुकानदारों ने टीम को दस्तावेज भी दिखाए। टीम को एक सड़क गायब मिली जबकि चार सड़कों की चौड़ाई बेहद कम मिली। एसडीएम ने कहा कि कोर्ट के आदेशों का पालन करना पहली प्राथमिकता है।
शांतिपुरी। क्षेत्र के शांतिपुरी और जवाहर नगर में सड़कों पर अतिक्रमण हटाने को लेकर हाईकोर्ट में दायर याचिका के मामले में राजस्व विभाग और लोक निर्माण विभाग की टीम ने क्षेत्र का निरीक्षण किया। इस दौरान कागजों में दर्ज एक सड़क मौके पर गायब पाई गई। याचिका की सुनवाई 18 दिसंबर को होनी है।
शांतिपुरी निवासी पूरन सिंह चौहान ने हाईकोर्ट में दायर याचिका में कहा था कि वर्ष 1960-61 में हुए बंदोबस्त के नक्शों में शांतिपुरी में पांच सड़कें दिखाई गई हैं। वर्तमान में इनमें से एक सड़क गायब है और चार अन्य सड़कें आठ से 10 फुट ही रह गई हैं। ये सड़कें दोनों तरफ से अतिक्रमण कर कब्जा ली गई हैं।
रविवार को किच्छा एसडीएम कौस्तुभ मिश्रा के साथ लोक निर्माण विभाग और राजस्व विभाग की टीम ने शांतिपुरी गेट से शांतिपुरी नंबर दो होते हुए शांतिपुरी नंबर तीन तक सड़कों की नपाई का कार्य किया। इसमें शांतिपुरी की मुख्य सड़क के केंद्र से 55 फुट नपाई की गई। इसकी जद में आए निर्माण पर लोनिवि की ओर से लाल निशान लगाए गए। इस दौरान टीम ने बंद पड़ी सड़क और तालाब का मुआयना किया।
शांतिपुरी नंबर-2 बाजार में दुकानदारों ने टीम को दस्तावेज भी दिखाए। टीम को एक सड़क गायब मिली जबकि चार सड़कों की चौड़ाई बेहद कम मिली। एसडीएम ने कहा कि कोर्ट के आदेशों का पालन करना पहली प्राथमिकता है। लोक निर्माण विभाग और राजस्व विभाग के पास मौजूद नक्शे के अनुसार अतिक्रमण पर कार्रवाई की जाएगी। वहां पर तहसीलदार गिरीश त्रिपाठी, पटवारी मीनाक्षी गोस्वामी आदि थीं।
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