
पंचकूला | पंचकूला में शुक्रवार सुबह एक सनसनीखेज मामला सामने आया, जब पंजाब के पूर्व पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) मोहम्मद मुस्तफा के बेटे अखिल अख्तर का शव उनके मनसा देवी कॉम्प्लेक्स, सेक्टर-4 स्थित घर से बरामद किया गया। मौत की परिस्थितियां संदिग्ध बताई जा रही हैं। घटना की जानकारी मिलते ही एमडीसी थाना पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू कर दी। जानकारी के अनुसार, शुक्रवार सुबह परिजनों ने अखिल अख्तर को कमरे में बेहोश पाया। जब उन्होंने आवाज दी तो कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली। दरवाजा खोलने पर अखिल को अचेत अवस्था में बिस्तर पर पड़ा देखा गया। तत्काल पुलिस को सूचना दी गई।
मौके पर पहुंची पुलिस टीम ने प्राथमिक जांच के बाद शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सेक्टर-6 स्थित सिविल अस्पताल भेज दिया। मृतक अखिल अख्तर की उम्र लगभग तीस वर्ष के आसपास बताई जा रही है। वह बीते कुछ समय से पंचकूला स्थित अपने घर में ही रह रहे थे। परिवार के सदस्यों ने फिलहाल किसी प्रकार की आशंका या विवाद की बात से इनकार किया है। हालांकि पुलिस का कहना है कि मृत्यु का कारण पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट हो सकेगा।
पुलिस ने सील किया घर, जुटाए सबूत
एमडीसी थाना प्रभारी के अनुसार, मौके से कोई सुसाइड नोट या संदिग्ध वस्तु बरामद नहीं हुई है। पुलिस ने घर के उस हिस्से को सील कर दिया है जहां अखिल अख्तर का शव मिला था।
फॉरेंसिक टीम ने भी घटनास्थल से फिंगरप्रिंट्स और अन्य साक्ष्य एकत्र किए हैं। पुलिस यह भी जांच कर रही है कि अखिल अख्तर के साथ आखिरी बार कौन लोग संपर्क में थे और पिछले कुछ दिनों में उनके व्यवहार में कोई बदलाव तो नहीं आया था।
अखिल अख्तर के पिता मोहम्मद मुस्तफा पंजाब पुलिस के पूर्व डीजीपी और वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी रह चुके हैं। उन्होंने पंजाब सरकार में कई अहम पदों पर कार्य किया है और वे राज्य की राजनीति व प्रशासनिक हलकों में एक परिचित नाम हैं। बेटे की अचानक मौत की खबर मिलते ही वे भी पंचकूला पहुंच गए। घटना की जानकारी मिलते ही वरिष्ठ पुलिस अधिकारी, क्राइम ब्रांच और एफएसएल टीमें भी मौके पर पहुंचीं। सूत्रों के अनुसार, प्रशासन ने परिवार को हर संभव सहयोग देने का आश्वासन दिया है।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट से खुलेगा राज
पुलिस फिलहाल इसे संदिग्ध मृत्यु का मामला मानकर जांच कर रही है। शुरुआती जांच में हत्या या आत्महत्या की संभावना दोनों पर विचार किया जा रहा है। डॉक्टरों के अनुसार, मृत्यु को लगभग 6 से 8 घंटे हो चुके थे जब शव मिला। शरीर पर किसी बाहरी चोट के निशान नहीं पाए गए हैं, जिससे यह भी संभावना जताई जा रही है कि मौत किसी आंतरिक कारण से हुई हो सकती है — जैसे हृदय गति रुकना या दवा की अधिक मात्रा का सेवन।
पुलिस ने अखिल अख्तर के मोबाइल फोन और अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरण भी अपने कब्जे में लिए हैं, ताकि उनके कॉल रिकॉर्ड और हालिया बातचीत का विश्लेषण किया जा सके। पूर्व डीजीपी के परिवार से जुड़ा होने के कारण यह मामला पंचकूला ही नहीं बल्कि पूरे चंडीगढ़-ट्राइसिटी क्षेत्र में चर्चा का विषय बन गया है। स्थानीय लोग घटना से स्तब्ध हैं और बड़ी संख्या में परिचित तथा रिश्तेदार मनसा देवी कॉम्प्लेक्स स्थित घर पहुंच रहे हैं। फिलहाल पुलिस पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रही है। रिपोर्ट आने के बाद ही यह स्पष्ट हो पाएगा कि अखिल अख्तर की मौत प्राकृतिक थी, आत्महत्या थी या इसके पीछे कोई साजिश।
एमडीसी थाना प्रभारी ने कहा:
“हम हर पहलू से जांच कर रहे हैं। मौके से जुटाए गए साक्ष्य फॉरेंसिक जांच के लिए भेजे गए हैं। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।”
पंचकूला पुलिस का कहना है कि फिलहाल परिवार के बयान दर्ज किए जा रहे हैं, और पूरे मामले की गहराई से जांच की जा रही है ताकि किसी भी संदेह को दूर किया जा सके।