
- प्राचार्य कक्ष में अभिभावकों और शिक्षकों की संयुक्त बैठक आयोजित
- सर्वसम्मति से पदाधिकारियों का चयन, प्राचार्य के संरक्षण में संरचना
- अध्यक्ष बनीं श्रीमती प्रीति नैथाणी, कई शिक्षक और अभिभावक रहे उपस्थित
- नवगठित संघ से संवाद, अनुशासन और शैक्षिक गुणवत्ता में सुधार की उम्मीद
देहरादून। राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय मालदेवता, रायपुर में आज दिनांक 20 नवंबर 2025 को प्राचार्य कक्ष में एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक का उद्देश्य महाविद्यालय में शिक्षक-अभिभावक संघ (PTA) का गठन करना था, ताकि छात्रों की शैक्षिक प्रगति, अनुशासन, महाविद्यालय की नीतियों तथा अभिभावक-शिक्षक संवाद को सुदृढ़ किया जा सके। बैठक में महाविद्यालय में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं के अभिभावकों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
बैठक का संचालन और समन्वयन महाविद्यालय प्रशासन की ओर से किया गया तथा सभी उपस्थित अभिभावकों और शिक्षकों ने मिलकर सर्वसम्मति से एक औपचारिक अभिभावक-शिक्षक संघ के गठन पर सहमति जताई। संघ का गठन पारदर्शी प्रक्रिया के तहत किया गया, जिसमें सभी नाम प्रस्तावित होने के बाद एकमत से पदाधिकारियों का चयन हुआ। महाविद्यालय के प्रभारी प्राचार्य प्रो. महेंद्र सिंह पंवार के संरक्षण में बने इस नवगठित अभिभावक-शिक्षक संघ में निम्न पदाधिकारियों का चयन किया गया—
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- अध्यक्ष: श्रीमती प्रीति नैथाणी
- उपाध्यक्ष: श्री वीरेंद्र नरवाल
- सचिव: प्रो. यतीश वशिष्ठ (सैन्य विज्ञान प्रभारी)
- कोषाध्यक्ष: किशन सिंह नेगी
- उपसचिव: अमन सिंह राणा
इसके अलावा कई अभिभावक भी बैठक में उपस्थित रहे और उन्होंने महाविद्यालय की प्रगति हेतु रचनात्मक सुझाव प्रस्तुत किए। बैठक में महाविद्यालय के कई शिक्षकगण भी मौजूद रहे, जिनमें प्रो. जी.सी. डंगवाल, डॉ. कविता काला, डॉ. डिम्पल भट्ट, डॉ. आशुतोष मिश्र, डॉ. रामचंद्र नेगी, डॉ. सुमन गुसाईं, डॉ. श्रुति चौकियाल, डॉ. लीना रावत एवं डॉ. कपिल सेमवाल शामिल थे। बैठक का संचालन डॉ. विनोद साह ने अत्यंत व्यवस्थित ढंग से किया। बैठक में उपस्थित अभिभावकों और शिक्षकों ने एकमत से कहा कि शिक्षक-अभिभावक संघ के गठन से छात्रों की शैक्षिक गुणवत्ता, अनुशासन और प्रबंधन में विशेष सुधार आएगा।
यह संघ समय-समय पर महाविद्यालय की शैक्षणिक गतिविधियों, विद्यार्थियों की समस्याओं और अभिभावक-शिक्षक संवाद को और अधिक प्रभावी बनाने का कार्य करेगा। महाविद्यालय प्रशासन ने उम्मीद जताई कि नवगठित शिक्षक-अभिभावक संघ आने वाले समय में महाविद्यालय की प्रगति और छात्रों के सर्वांगीण विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।





