
सुनील कुमार माथुर
सभी इंसानों की आंखें समान होती हैं, लेकिन उन सभी का दृष्टिकोण अलग-अलग होता है। बस हमारा दृष्टिकोण ही इंसान को इंसान से अलग करता है। आंखें सभी की समान होती हैं, पर नजरिया सभी का कदम-कदम पर बदलता रहता है। व्यक्ति को आदर्श जीवन व्यतीत करने के लिए हमेशा सकारात्मक सोच को अपनाना चाहिए। जब हमारी सोच सकारात्मक होगी तभी हम परोपकार, दया, धर्म-कर्म जैसे पुण्य कर्म कर पाएंगे।
हमारा नजरिया जब नकारात्मक होता है तो इंसान को अनेक परेशानियों का सामना करना पड़ता है, क्योंकि नकारात्मक ऊर्जा विकास में सदैव बाधाएं खड़ी करती है। हमें अपना दृष्टिकोण सभी के साथ समान रखना चाहिए, तभी हमारे समाज में हमारी एक अलग पहचान बन पाएगी। हमारी पहचान ही हमारी अमूल्य धरोहर है।
सुरक्षित बीमा
हर व्यक्ति अपने व परिवार के सदस्यों की बुरे वक्त में सहायता के लिए बैंक में खाता खुलवाता है और उसमें समय-समय पर धन राशि जमा कराता रहता है, ताकि किसी विपदा के आने पर उससे मुक्ति पाने के लिए रकम का इस्तेमाल कर सके और धन उधार न लेना पड़े। बचत करना अच्छी बात है — जरूर करनी चाहिए। ठीक इसी प्रकार संसार का सबसे सुरक्षित बीमा है परमात्मा पर भरोसा। बस याद रखें कि अपने अच्छे कर्मों की किश्त समय से भरते रहें।
परमात्मा पर भरोसा रखें तो हर कार्य में सफलता ही सफलता मिलती है। परमात्मा कभी भी किसी का बुरा नहीं करते हैं। बुरा कर्म हम स्वयं करते हैं, और जब विपदा आती है तो हम परमात्मा को दोषी ठहराते हैं। जब भी कोई कार्य करें, तो सोच-समझकर करें, ताकि जीवन में कभी किसी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े। हमारे श्रेष्ठ कर्म ही हमारी पूंजी हैं, जिनका हम परमात्मा के पास बीमा करा कर अपने जीवन को खुशहाल बनाए रख सकते हैं।
सुनील कुमार माथुर
33 वर्धमान नगर, शोभावतों की ढाणी, खेमे का कुआँ, पाल रोड, जोधपुर, राजस्थान







