देहरादून : हथियार और लाठी-डंडों से हिंदू छात्र पर हमला
देहरादून : हथियार और लाठी-डंडों से हिंदू छात्र पर हमला, श्री महंत इंदिरेश अस्पताल में भर्ती अमन भंडारी की हालत में सुधार है। वह चिकित्सक की निगरानी में है। मामला शांत होने के बाद अस्पताल में जमा हुए हिंदू संगठनों के पदाधिकारी व कार्यकर्ता घरों को लौट गए हैं।
देहरादून। उत्तराखंड में गुरुवार को जमकर बवाल हुआ। इंटरनेट मीडिया पर टिप्पणी को लेकर दो माह पुरानी रंजिश के चलते धारदार हथियार व लाठी-डंडों से लैस मुस्लिम युवकों ने पटेल नगर औद्योगिक क्षेत्र में एसजीआरआर विवि के हिंदू छात्र पर जानलेवा हमला कर दिया। हमला गुरुवार शाम उस वक्त हुआ, जब छात्र संस्थान से छुट्टी के बाद बाइक से घर लौट रहा था।
घात लगाए बैठे हमलावरों ने पहले तो स्कूटी से टक्कर मारकर छात्र को गिरा दिया। इसके बाद उस पर धारदार हथियार व लाठी-डंडों से जानलेवा हमला कर दिया। हमले में छात्र के सिर पर गंभीर चोटें आई हैं और उसका श्रीमहंत इंद्रेश अस्पताल में उपचार चल रहा है। उधर, पुलिस के पहुंचने से पूर्व ही हमलावर फरार हो गए। वहीं, घटना से गुस्साए संस्थान के छात्रों और हिंदू संगठनों से जुड़े कार्यकर्ताओं ने घटनास्थल पर खड़ी हमलावरों की एक स्कूटी को तोड़ डाला और अस्पताल में भी जमकर हंगामा किया।
तनाव की स्थिति देख आसपास के सभी थाने-चौकियों से पुलिस बल बुला लिया गया। मौके पर पीएसी तैनात है। पुलिस हमलावरों की तलाश में दबिश दे रही है। देर रात तक स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई थी। हरिद्वार बाईपास स्थित सरस्वती विहार निवासी अमन भंडारी एसजीआरआर विवि में बीकाम अंतिम वर्ष का छात्र है।
गुरुवार शाम चार बजे वह छुट्टी के बाद विवि से बाइक से निकला ही था कि कुछ दूरी पर घात लगाए बैठे स्कूटी सवार तीन युवकों ने उसे टक्कर मारकर गिरा दिया। इससे पहले कि अमन संभल पाता, एकाएक वहां धारदार हथियार व लाठी-डंडों से लैस करीब डेढ़ दर्जन युवकों ने उस पर जानलेवा हमला कर दिया। अमन के सिर पर ताबड़तोड़ तीन प्रहार किए गए, जिससे वह लहूलुहान होकर गिर पड़ा। संस्थान से बाहर आ रहे अन्य छात्र जब तक अमन को बचाने के लिए दौड़े, तब तक हमलावर फरार हो गए।
आरोप है कि हमलावर मुस्लिम समुदाय के पक्ष में नारे लगाते हुए भागे। एक हमलावर की स्कूटी वहां छूट गई, जिसे घटना से गुस्साए विवि के छात्रों ने तोड़ डाला। छात्रों ने गंभीर रूप से घायल अमन को नजदीकी श्रीमहंत इंद्रेश अस्पताल पहुंचाया। उधर, घटनास्थल पर जमा विवि के छात्रों ने हमले के विरोध में जमकर हंगामा किया, जिससे लालपुल-कारगी मार्ग पर जाम लग गया। सूचना पर पटेल नगर कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची और छात्रों व स्थानीय दुकानदारों से हमलावरों के संबंध में पूछताछ की। इस दौरान पुलिस ने खाली प्लाट और आसपास की गलियों में भी तलाश की, लेकिन कोई हमलावर पकड़ में नहीं आ सका।
दूसरी तरफ, घटना की सूचना धीरे-धीरे पूरे शहर में फैल गई। भारी संख्या में विवि के छात्र व हिंदू संगठनों के पदाधिकारी और कार्यकर्ता अस्पताल पहुंचे व पुलिस को तत्काल हमलावरों को गिरफ्तार करने की चेतावनी दी। हिंदू संगठनों ने मुस्लिम विरोधी नारे भी लगाए और हमलावरों से जुड़े मुस्लिम क्षेत्र गांधीग्राम व कारगीग्रांट में जाकर हंगामे का प्रयास किया, लेकिन पुलिस ने किसी तरह उन्हें समझाकर रोक लिया।
मामला सांप्रदायिक तनाव का होता देख एसएसपी दलीप सिंह कुंवर ने सीओ सदर पंकज गैरोला और निरीक्षक पटेल नगर कोतवाली सूर्यभूषण नेगी को आसपास के सभी थाने-चौकियों से पुलिस बल अस्पताल व क्षेत्र में तैनात करने के आदेश दिए। हमलावरों की तलाश में पुलिस की आधा दर्जन टीमें गठित की गई हैं, जो अलग-अलग क्षेत्रों में दबिश दे रही हैं। पुलिस ने घटनास्थल के आसपास लगे सभी सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली, जिसमें कुछ हमलावरों के चेहरे कैद बताए जा रहे हैं।
वहीं, अस्पताल में भर्ती घायल अमन भंडारी की स्थिति में देर रात कुछ सुधार बताया गया। हिंदू संगठनों के आक्रोश और माहौल तनावपूर्ण होने के बाद अस्पताल के बाहर व पटेलनगर औद्योगिक क्षेत्र में पीएसी तैनात कर दी गई है, जबकि हमलावरों की तलाश में देर रात तक दबिश जारी थी। घायल छात्र अमन की बहन अनामिका की ओर से अज्ञात हमलावरों के विरुद्ध पटेल नगर कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया गया है।
श्रीमहंत इंद्रेश अस्पताल में एक मुस्लिम तीमारदार को हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं के विरोध व आक्रोश का सामना करना पड़ा। हिंदू संगठन के कार्यकर्ता जब मुस्लिम समुदाय के विरोध में नारेबाजी कर रहे थे तो उक्त तीमारदार वहां आकर खड़ा हो गया। जिससे गुस्साए कार्यकर्ताओं ने उसे दौड़ा-दौड़ाकर पीटा। पुलिस ने किसी तरह उसे बचाया और भीतर ले गई।
पटेल नगर औद्योगिक क्षेत्र पुलिस की कार्यशैली भी सवालों के घेरे में है। यातायात जाम तो यहां बड़ी समस्या है ही, लेकिन तीन बड़े शैक्षिक संस्थान व दर्जनों औद्योगिक इकाइयां होने के बावजूद यहां कानून-व्यवस्था हमेशा ही सवालों में रही हैं। अक्सर यहां छात्रों में विवाद सामने आते हैं, जो बड़ा रूप ले लेते हैं। इसके बावजूद पुलिस न कभी क्षेत्र में तैनात रहती है, न ही गश्त करती है। आरोप है कि गुरुवार को हुई घटना में भी पुलिस करीब एक घंटे की देरी से घटनास्थल पर पहुंची।
पुलिस के अनुसार, विवाद की शुरुआत करीब दो माह पूर्व हुई थी, जब अमन ने इंटरनेट मीडिया पर मुस्लिम समुदाय के विरोध में कुछ टिप्पणी की थीं। तब विवाद एसएसपी कार्यालय तक पहुंचा और एसएसपी ने दोनों पक्षों को समझाकर स्थिति संभाल ली। अमन ने भी अपनी टिप्पणी इंटरनेट मीडिया से हटा ली थी। आरोप है कि इसके बावजूद कुछ मुस्लिम युवक अमन से रंजिश रख रहे थे। गुरुवार का घटनाक्रम इसी विवाद से जुड़ा होना सामने आया है।
छात्र पर हुए हमले के मामले में पुलिस ने देर रात चार लोगों को हिरासत में लिया। इनमें एक आरोपित, जबकि तीन आरोपितों के स्वजन हैं। वहीं पुलिस की दबिश लगातार जारी है। आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए चार अलग-अलग टीमें गठित की गई हैं। इसके अलावा आरोपितों का मोबाइल फोन की लोकेशन भी खंगाली जा रही है।
श्री महंत इंदिरेश अस्पताल में भर्ती अमन भंडारी की हालत में सुधार है। वह चिकित्सक की निगरानी में है। मामला शांत होने के बाद अस्पताल में जमा हुए हिंदू संगठनों के पदाधिकारी व कार्यकर्ता घरों को लौट गए हैं। अस्पताल के बाहर स्थिति अब सामान्य है।
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