
लालकुआं (नैनीताल)। गुरुवार देर रात लालकुआं क्षेत्र में एक कामकाजी युवती के साथ अपहरण का प्रयास किया गया। युवती की हिम्मत और स्थानीय लोगों की तत्परता से यह प्रयास विफल हो गया। घटना रात लगभग साढ़े 11 बजे की है, जब पंतनगर सिडकुल की एक कंपनी में कार्यरत युवती अपनी ड्यूटी पूरी कर कंपनी की बस से घर लौट रही थी। जानकारी के अनुसार युवती कंपनी बस से हाईवे पर उतरी थी और उसका घर वहां से मात्र 10 मीटर की दूरी पर था। जैसे ही वह घर की ओर पैदल जा रही थी, पीछे से सफेद रंग की स्कॉर्पियो कार आकर रुकी।
गाड़ी में सवार तीन युवकों ने युवती पर अश्लील टिप्पणियां करनी शुरू कर दीं। जब युवती ने ध्यान नहीं दिया तो उन्होंने रास्ता रोक लिया और गाड़ी में खींचने की कोशिश करने लगे। युवती ने पूरी हिम्मत दिखाते हुए खुद को छुड़ाया और जोर-जोर से शोर मचाने लगी। उसकी चीख-पुकार सुनकर परिजन और आसपास के राहगीर मौके पर पहुंच गए। उन्होंने युवकों को घेरकर पकड़ लिया और जमकर पिटाई करने के बाद पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए तीनों आरोपियों को हिरासत में ले लिया।
कोतवाली पुलिस ने बताया कि पकड़े गए आरोपियों के नाम अनिल कुमार आर्य (राजीव नगर प्रथम, बिंदुखत्ता), चंदन आर्य, और विनोद आर्य (शिव मंदिर, कार रोड, बिंदुखत्ता) हैं। युवती की तहरीर पर तीनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। पुलिस ने घटना में प्रयुक्त स्कॉर्पियो वाहन को भी कब्जे में ले लिया है। घटना के दौरान युवती के बाएं हाथ पर प्लास्टर बंधा हुआ था, इसके बावजूद उसने पत्थर उठाकर स्कॉर्पियो पर फेंके और आरोपियों से डटकर मुकाबला किया। मौके पर मौजूद लोगों ने बताया कि युवती ने जिस साहस का परिचय दिया, वह काबिले तारीफ है। घटना का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया है, जिसमें युवती के साहस को लोग सराह रहे हैं।
एएसपी मनोज कत्याल ने बताया कि तीनों आरोपियों के आपराधिक रिकॉर्ड की जांच की जा रही है। उन्होंने कहा कि महिला सुरक्षा पुलिस की सर्वोच्च प्राथमिकता है। आगे ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सिडकुल कंपनियों के अधिकारियों से समन्वय स्थापित कर बस स्टॉपेज पर पुलिस तैनाती की व्यवस्था की जाएगी। इस घटना ने एक बार फिर कामकाजी महिलाओं की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं, खासकर उन महिलाओं के लिए जो देर रात ड्यूटी से लौटती हैं। स्थानीय लोग मांग कर रहे हैं कि रात्रिकालीन समय में पुलिस गश्त और निगरानी बढ़ाई जाए, ताकि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो सके।
 
     
 
                       
                       
                       
                       
                      





