
🌟🌟🌟
देहरादून के एक नामचीन कॉलेज में पढ़ने वाला छात्र पढ़ाई के साथ-साथ गांजा तस्करी का अवैध कारोबार चला रहा था, जिसे पुलिस ने रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। आरोपी के पास से तीन किलो 291 ग्राम अवैध गांजा बरामद हुआ है, जिससे नशे के नेटवर्क की गंभीर तस्वीर सामने आई है।
- कैंपस से काले कारोबार तक, छात्र बन गया गांजा तस्कर
- सेलाकुई पुलिस की कार्रवाई, तीन किलो से अधिक गांजा बरामद
- निजी हॉस्टल से चला रहा था नशे का नेटवर्क
- शिक्षा के नाम पर शर्मनाक सच्चाई, कॉलेज छात्र की गिरफ्तारी से हड़कंप
विकासनगर (देहरादून) : देहरादून में शिक्षा का केंद्र माने जाने वाले इलाके से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां एक नामचीन कॉलेज का छात्र नशे के अवैध कारोबार में लिप्त पाया गया। सेलाकुई थाना पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए एक ऐसे छात्र को गिरफ्तार किया है, जो कॉलेज की पढ़ाई के साथ-साथ गांजा तस्करी का धंधा चला रहा था। पुलिस की इस कार्रवाई के बाद शैक्षणिक संस्थानों की निगरानी और युवाओं में बढ़ते नशे के चलन पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं।
पुलिस के अनुसार, गिरफ्तार युवक के पास से तीन किलो 291 ग्राम अवैध गांजा बरामद किया गया है। आरोपी की पहचान ललटू कुमार के रूप में हुई है, जो बिहार के मधेपुरा जिले के गम्हरिया थाना क्षेत्र के ग्राम तराबे का रहने वाला है। वह देहरादून स्थित तुला इंस्टीट्यूट में एग्रीकल्चर का छात्र है और सेलाकुई क्षेत्र के एक निजी हॉस्टल में रहकर नशे के इस अवैध कारोबार को अंजाम दे रहा था। जांच में सामने आया है कि आरोपी बिहार से गांजा खरीदकर देहरादून लाता था और यहां कॉलेज छात्रों व आसपास के इलाकों में इसकी सप्लाई करता था।
पुलिस को लंबे समय से क्षेत्र में नशे की गतिविधियों की शिकायतें मिल रही थीं, जिसके बाद मुखबिर की सूचना पर यह कार्रवाई की गई। तलाशी के दौरान भारी मात्रा में गांजा बरामद होने पर पुलिस ने उसे मौके से ही गिरफ्तार कर लिया। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि आरोपी से पूछताछ की जा रही है और यह पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है कि उसके संपर्क किन-किन लोगों से थे और नशे का यह नेटवर्क कितनी दूर तक फैला हुआ है। इस मामले ने न केवल कानून-व्यवस्था बल्कि शिक्षा व्यवस्था की छवि पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं।
जिस उम्र में युवा अपने भविष्य की नींव रखते हैं, उसी उम्र में नशे के कारोबार में संलिप्त होना समाज के लिए गंभीर चेतावनी है। पुलिस ने स्पष्ट किया है कि नशे के खिलाफ अभियान आगे भी जारी रहेगा और शिक्षा संस्थानों के आसपास अवैध मादक पदार्थों की तस्करी करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। इस गिरफ्तारी के बाद अभिभावकों और शिक्षण संस्थानों से भी यह अपेक्षा की जा रही है कि वे छात्रों की गतिविधियों पर सतर्क निगरानी रखें, ताकि पढ़ाई की आड़ में पनप रहे इस तरह के काले कारोबार पर समय रहते रोक लगाई जा सके।





