
देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रशासनिक अधिकारियों को सख्त चेतावनी देते हुए कहा कि आगामी हरिद्वार कुंभ मेला 2025 के आयोजन में किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है जब “मछलियों पर नहीं, मगरमच्छ पर कार्रवाई होगी।” सीएम धामी ने यह टिप्पणी कुंभ मेले की तैयारियों में सामने आ रही खामियों और निर्माण कार्यों में हो रही देरी को देखते हुए की। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि किसी भी अधिकारी या ठेकेदार द्वारा गुणवत्ता से समझौता किया गया तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कुंभ मेला न केवल धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टि से, बल्कि उत्तराखंड की प्रतिष्ठा से भी जुड़ा हुआ आयोजन है। इसकी सफलता प्रदेश सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने अधिकारियों को चेताया कि अगर निर्माण कार्यों में लापरवाही पाई गई तो दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। सीएम ने कहा, “मुझे रिपोर्ट मिली है कि नए घाटों के निर्माण में कुछ गड़बड़ियां हो रही हैं। मैं साफ करना चाहता हूं कि अगर काम ईमानदारी और गुणवत्ता के साथ नहीं हुआ तो जिम्मेदार अधिकारी खुद तय करें कि उन्हें कहां जाना है।”
25वें स्थापना वर्ष पर कार्यक्रम से दिया सख्त संदेश
मुख्यमंत्री धामी ने यह बयान राज्य स्थापना के 25 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में आयोजित कार्यक्रम के दौरान हरिद्वार के रोड़ीबेलवाला में दिया। कार्यक्रम में उन्होंने राज्य की प्रगति, विकास कार्यों और भविष्य की योजनाओं पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि अब प्रदेश में “काम की जवाबदेही तय होगी”। किसी भी निर्माण कार्य या सरकारी परियोजना में गुणवत्ता और पारदर्शिता से समझौता नहीं किया जाएगा। कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने लंबे समय से अटकी मां मनसा देवी से मां चंडी देवी मंदिर तक रोपवे सेवा को लेकर भी बड़ा ऐलान किया।
उन्होंने कहा कि इस परियोजना का पूरा खाका तैयार हो चुका है और सरकार जल्द ही इसे शुरू करने जा रही है। करीब एक दशक से यह परियोजना केवल आश्वासन और प्रस्तावों के स्तर पर अटकी हुई थी। सीएम धामी ने कहा कि अब लोगों को रोपवे सेवा की सुविधा जल्द मिलेगी, जिससे श्रद्धालुओं को काफी राहत होगी। उन्होंने बताया कि अब तक इस परियोजना में रेल मेट्रो कारपोरेशन समेत कई एजेंसियों ने जांच और निर्माण के नाम पर करोड़ों रुपये खर्च किए, लेकिन काम आगे नहीं बढ़ सका। अब सरकार ने इसे प्राथमिकता में रखा है।
गुणवत्ता और पारदर्शिता पर होगा जोर
मुख्यमंत्री ने कहा कि कुंभ मेला क्षेत्र में जो भी निर्माण या विकास कार्य होंगे, वे गुणवत्ता और जवाबदेही के साथ पूरे किए जाएंगे। हर अधिकारी और ठेकेदार को अपने काम के प्रति सजग रहना होगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि “अब कोई बहाना नहीं चलेगा, कुंभ की तैयारियां सरकार की प्रतिष्ठा का प्रश्न हैं।”







