
आगरा। ताजनगरी के ट्रांस यमुना थाना क्षेत्र में दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। यहां एक किरायेदार ने सातवीं कक्षा की छात्रा को पहले बेहोश किया और फिर कमरे में बंद कर दुष्कर्म किया। मासूम की हालत देखकर परिवार के लोग सहम गए। पुलिस ने आरोपी को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। इस घटना ने इलाके में सनसनी फैला दी है। पीड़िता का परिवार मूल रूप से गरीब मजदूर है और रोज़ दिहाड़ी करके गुज़ारा करता है। करीब एक महीने पहले ही यह परिवार सुनील नामक व्यक्ति के मकान में किराए पर रहने आया था। इकलौती बेटी पास के स्कूल में सातवीं कक्षा की छात्रा है। शुक्रवार तड़के पानी की किल्लत के चलते पूरा परिवार सुबह तीन बजे मोहल्ले के नल से पानी भरकर लाया और फिर सो गया। इस दौरान 12 वर्षीय बच्ची दहलीज पर ही सो रही थी।
आरोपी ने बेहोश कर ले गया कमरे में
इसी बीच वहीं रहने वाला दूसरा किरायेदार छोटू बच्ची के पास आया। उसने उसके मुंह पर रुमाल रखकर बेहोश कर दिया और उसे दूसरी मंजिल पर बने अपने कमरे में ले गया। अंदर से दरवाजा बंदकर आरोपी ने मासूम के साथ दुष्कर्म किया और मौका पाकर वहां से भाग निकला। सुबह जब परिवार की आंख खुली तो बेटी को पास में न पाकर उन्होंने खोजबीन शुरू की। उन्होंने आसपास के पड़ोसियों से भी पूछा, लेकिन कहीं से कोई सुराग नहीं मिला। दिनभर परिवार चिंता में डूबा रहा। इसी बीच करीब दोपहर तीन बजे मासूम किसी तरह कमरे से बाहर निकली और छत से उतरकर नीचे आई।
सहमी आवाज़ में सुनाई आपबीती
बेटी को देखकर मां-बाप के पैरों तले ज़मीन खिसक गई। सहमी और टूटी आवाज़ में उसने मां-बाप को सारी आपबीती सुनाई। उसकी हालत देखकर मां-बाप रो-रोकर बेहाल हो गए। मजदूर पिता का कहना है कि उनकी इकलौती बेटी ही उनका सहारा थी और किरायेदार ने उनकी दुनिया उजाड़ दी। परिजन ने तुरंत डायल 112 पर सूचना दी। पुलिस मौके पर पहुंची और बच्ची को अस्पताल भिजवाया। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी को तलाश कर हिरासत में ले लिया।
थाना ट्रांस यमुना प्रभारी ने बताया कि आरोपी छोटू के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। उस पर आईपीसी की धारा 376 (दुष्कर्म), 328 (बेहोश करने के लिए नशीला पदार्थ देने), 342 (ग़लत तरीके से बंधक बनाना) और पॉक्सो (POCSO) एक्ट की धाराएँ लगाई गई हैं। आरोपी को कोर्ट में पेश कर जेल भेजा जाएगा।
इलाके में आक्रोश
इस घटना की खबर फैलते ही इलाके में आक्रोश फैल गया। स्थानीय लोगों ने आरोपी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। वहीं समाजसेवियों का कहना है कि यह घटना इस बात की चेतावनी है कि किराएदारों की पूरी तरह से पुलिस वेरिफिकेशन कराना बेहद ज़रूरी है। पुलिस अधिकारियों ने मकान मालिकों और आम नागरिकों से अपील की है कि किसी भी व्यक्ति को किराए पर घर देने से पहले उसका बैकग्राउंड और वेरिफिकेशन ज़रूर कराएं। साथ ही बच्चों को अकेला छोड़ने से बचने और उनकी सुरक्षा पर विशेष ध्यान देने की सलाह दी गई है।