पुस्तक समीक्षा : सुमन सागर

पुस्तक समीक्षा : सुमन सागर, जोधपुर के वरिष्ठ साहित्यकार सुनील कुमार माथुर का आलेख खुश रहने का मंत्र भी इस अंक में प्रकाशित हुआ हैं और उसका शीर्षक मुखपृष्ठ पर सुर्खियों में प्रकाशित हुआ है। पत्रिका का मुखपृष्ठ काफी आकर्षक हैं। वही गेट अप, मेकअप, छपाई भी काफी अच्छी हैं। #समीक्षक सुनील कुमार माथुर, जोधपुर, राजस्थान
सुमन सागर त्रैमासिक पत्रिका के जनवरी-मार्च 2025 के अंक का सम्पादन इस बार जोधपुर राजस्थान के वरिष्ठ साहित्यकार चेतन चौहान के अतिथि सम्पादक के सानिध्य में हुआ। इस अंक में रोचक, ज्ञानवर्धक, प्रेरणादायक, शिक्षाप्रद कहानियां, कविताएं, आलेख प्रकाशित हुए हैं।
पत्रिका के सम्पादक संजीव आलोक ने अपने सम्पादकीय एक नया प्रयोग में कहा हैं कि इस पारिवारिक पत्रिका के हर अंक में एक वरिष्ठ साहित्यकार को अतिथि सम्पादक बनाया जायेगा ताकि पत्रिका में अधिकाधिक रोचक सामग्री का समावेश हो सके। सुमन सागर पत्रिका के हर अंक में सामाजिक, आध्यात्मिक, धर्म दर्शन, इतिहास, साहित्य कला एवं संस्कृति पर ज्ञानवर्धक, प्रेरणादायक सामग्री प्रकाशित होती रहती हैं।
जोधपुर के वरिष्ठ साहित्यकार सुनील कुमार माथुर का आलेख खुश रहने का मंत्र भी इस अंक में प्रकाशित हुआ हैं और उसका शीर्षक मुखपृष्ठ पर सुर्खियों में प्रकाशित हुआ है। पत्रिका का मुखपृष्ठ काफी आकर्षक हैं। वही गेट अप, मेकअप, छपाई भी काफी अच्छी हैं।
प्रकाशक मुद्रक : श्याम बिहारी आलोक, विनीता भवन, सवेरा सिनेमा चौक, काजीचक, बाढ़- 803213 (बिहार) मूल्य 50 रूपये प्रति अंक, पृष्ठ 24