भाजपा और कांग्रेस ने योद्धाओं को मैदान मे उतारा, नामों का एलान किया
भाजपा और कांग्रेस ने योद्धाओं को मैदान मे उतारा, नामों का एलान किया, भीमताल नगर पालिका अध्यक्ष पद के लिए कांग्रेस ने सीमा टम्टा को प्रत्याशी बनाया है। वह डाकबंगला वार्ड (नंबर दो) की निवर्तमान सभासद हैं। पार्टी ने उन्हें अध्यक्ष पद का उम्मीदवार बनाकर कार्यकर्ताओं में भी जोश भरा है। उनके लिए अधिकतर पार्टी कार्यकर्ता टिकट मांग रहे थे।
नैनीताल। नगर निकाय चुनाव की नामांकन प्रक्रिया के पहले दिन ही भाजपा और कांग्रेस ने अपने योद्धाओं की सूची जारी कर दी। कांग्रेस ने हल्द्वानी मेयर सीट पर ललित जोशी को टिकट दिया, जबकि भाजपा के प्रत्याशी का शनिवार को एलान हो सकता है। शुक्रवार को भाजपा ने जिले की पांचों नगर पालिका और एकमात्र नगर पंचायत लालकुआं के अध्यक्ष पद पर उम्मीदवारों की सूची रात करीब 10 बजे जारी की। वहीं कांग्रेस ने कुछ समय बाद मेयर के साथ ही चार नगर पालिका अध्यक्ष पदों के लिए भी प्रत्याशियों के नामों की घोषणा कर दी।
भाजपा ने छह निकायों में दिया टिकट : भाजपा ने नगर पालिका और नगर पंचायत के अध्यक्ष पद के प्रत्याशी तय करने में सामान्य कार्यकर्ताओं को तवज्जो दी है। वर्षों की मेहनत और संगठन हित में किए गए कार्यों टिकट के लिए पैमाना साबित हुए। नैनीताल नगर पालिका सीट से जीवंती देवी, रामनगर से मदन जोशी, भवाली से प्रकाश आर्या, भीमताल से कमला आर्या, कालाढूंगी से कविता वालिया को प्रत्याशी बनाया है। लालकुंआ नगर पंचायत के अध्यक्ष पद के लिए प्रेम पंडित को टिकट दिया है।
डैमेज कंट्रोल की कवायद तेज : नगर पालिका और पंचायत सीट के लिए भाजपा से नामों का एलान होने के बाद टिकट न मिलने से अन्य दावेदारों में नाराजगी है। टिकट का एलान होते ही नैनीताल जिले के सभी विधायक और संगठन के पदाधिकारी पार्टी के निर्देशों के बाद डैमेज कंट्रोल को रोकने के लिए अन्य दावेदारों और उनके समर्थकों को मना रहे हैं। कांग्रेस के ये प्रत्याशी हुए घोषित : कांग्रेस ने नैनीताल नगर पालिका से सरस्वती खेतवाल, भीमताल से सीमा टम्टा, भवाली से पंकज कुमार आर्या और कालाढूंगी से भावना सती को अपना उम्मीदवार बनाया है। रामनगर पालिका और लालकुआं नगर पंचायत के लिए अभी घोषणा नहीं की है।
सामान्य महिला के आरक्षित हुई नैनीताल नगर पालिका अध्यक्ष सीट पर भाजपा ने जीवंती भट्ट को अपना प्रत्याशी बनाया है। वह भाजपा की संगठनात्मक कार्यकर्ता रही हैं। 18 वर्ष पूर्व भाजपा की सदस्य के रूप में राजनीति में कदम रखने वाली जीवंती भाजपा महिला मोर्चा की दो बार जिला अध्यक्ष भी रह चुकी हैं। बताया जाता है कि जीवंती भट्ट को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का भी समर्थन प्राप्त है। वह लेक सिटी वेलफेयर क्लब समेत तमाम सामाजिक संगठनों से भी जुड़ी है। पिछले एक दशक के दौरान उनके द्वारा संगठन हित में किए गए कार्यों का आज उन्हें लाभ मिला है। जीवंती के पति सुशील भट्ट पेशे से डॉक्टर हैं और नैनीताल में अपना प्राइवेट क्लीनिक चलाते हैं।
महिला के लिए रिजर्व नगर पालिका अध्यक्ष पद पर कांग्रेस ने डॉ. सरस्वती खेतवाल को अपना प्रत्याशी बनाया है। तल्लीताल बाजार निवासी खेतवाल ने पिछली दफा सीट सामान्य रहते हुए निर्दलीय प्रत्याशी के रूप चुनाव लड़ा था। वह लंबे समय से समाजसेवा से जुड़ी हुई हैं और धार्मिक कार्यों में भागीदारी निभाती आई हैं। रेडक्रॉस से जुड़ीं डॉ. खेतवाल लगभग दो दशकों से अधिक समय से रक्तदाता क्लब से भी जुड़ी हुई है।
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एससी महिला के लिए आरक्षित भीमताल नगर पालिका अध्यक्ष पद के लिए पार्टी की मंडल अध्यक्ष कमला आर्या और पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष बीना आर्या की ओर से दावेदारी की गई थी। शीर्ष नेतृत्व ने मंडल अध्यक्ष कमला आर्या पर भरोसा जताते हुए उन्हें पार्टी का उम्मीदवार बनाया। भाजपा अनुसूचित मोर्चा की प्रदेश महामंत्री रहने के साथ-साथ भाजपा अनुसूचित मोर्चा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य रही हैं। कमला को टिकट मिलने की वजह पार्टी में उनका सक्रिय होना है। संगठन हित में किए गए कार्यों के साथ-साथ क्षेत्र की समस्याओं को प्रमुखता से उठाने का उन्हें फायदा मिला है।
भीमताल नगर पालिका अध्यक्ष पद के लिए कांग्रेस ने सीमा टम्टा को प्रत्याशी बनाया है। वह डाकबंगला वार्ड (नंबर दो) की निवर्तमान सभासद हैं। पार्टी ने उन्हें अध्यक्ष पद का उम्मीदवार बनाकर कार्यकर्ताओं में भी जोश भरा है। उनके लिए अधिकतर पार्टी कार्यकर्ता टिकट मांग रहे थे। सीमा की सक्रियता भी टिकट मिलने में काम आई। सामान्य हुई रामनगर पालिकाध्यक्ष सीट पर भाजपा ने अपने नगर मंडल अध्यक्ष मदन जोशी को टिकट दिया है। वह अन्य दावेदारों में सबसे आगे थे। उनके अलावा पूर्व पालिका अध्यक्ष भागीरथ लाल चौधरी, गणेश रावत, संजय डॉर्बी, मनीष अग्रवाल, सत्यप्रकाश शर्मा, नरेंद्र शर्मा, भूपेंद्र खाती सहित 22 दावेदार थे। मदन सांसद अनिल बलूनी और विधायक दीवान सिंह बिष्ट के करीबी माने जाते हैं। दोनों नेताओं की करीबी का उन्हें लाभ मिला। वह वर्ष 2002 में भाजपा के वार्ड अध्यक्ष और इसके बाद उन्होंने नगर व जिले की कार्यकारिणी में कई पद संभाले। वर्तमान में भाजपा नगर मंडल अध्यक्ष है।
ओबीसी के लिए आरक्षित नगर पंचायत अध्यक्ष सीट पर भाजपा ने अपने पार्टी नेता और पूर्व सभासद प्रेमनाथ पंडित पर भरोसा जताया है। उनकी पत्नी राजलक्ष्मी पंडित नगर पंचायत की सभासद रह चुकी हैं। अनंतिम अधिसूचना में सीट पिछड़ी जाति (महिला) के लिए आरक्षित होने पर राजलक्ष्मी ने भाजपा से टिकट मांगा था। ओबीसी हो जाने पर उनकी सामाजिक सक्रियता और प्रेमनाथ पंडित के समाज से जुड़े रहने के कारण उन्हें प्रत्याशी बनने पर लाभ मिला है। प्रेमनाथ पंडित पिछले 20 सालों से अधिक राजनीतिक में सक्रिय हैं।
महिला के हाथों में जाने वाली कालाढूंगी नगर पालिका अध्यक्ष सीट पर भाजपा ने निवर्तमान सभासद कविता वालिया को टिकट देकर उन पर भरोसा जताया है। कविता वार्ड नंबर दो से निवर्तमान सभासद हैं। वह पार्टी के कई महत्वपूर्ण पदों पर कार्य कर चुकी हैं। वर्तमान में वह मंडल उपाध्यक्ष के पद पर भी कार्यरत है। स्नातक की पढ़ाई कर चुकी कविता वालीया कंप्यूटर डिप्लोमा धारी होने के साथ-साथ आईटीआई में भी डिप्लोमा धारक है।
अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित की गई भवाली नगर पालिकाध्यक्ष के लिए भाजपा से प्रकाश आर्या और मंडल अध्यक्ष पंकज अद्विति की ओर से दावेदारी की गई थी। पंकज को टिकट देने के लिए वाल्मीकि समाज के लोगों की ओर से भी प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट को पत्र भेजकर मांग की गई थी। वहीं भाजपा हाईकमान ने प्रकाश आर्या के पुराने कार्यकर्ता होने और धरातल पर सक्रिय होने के चलते उन्हें ही उम्मीदवार बनाया। प्रकाश आर्या पूर्व में भारतीय जनता पार्टी अनुसूचित मोर्चा के जिला अध्यक्ष रहे हैं। वह संगठन में अब तक कई जिम्मेदारियां निभा चुके हैं।
कांग्रेस ने कई बार रायशुमारी करने के बाद ललित जोशी को हल्द्वानी मेयर के लिए अपना प्रत्याशी बनाया। तमाम कयास दरकिनार हो गए और आखिर में ललित ने ही टिकट के लिए बाजी मारी। 32 साल से कांग्रेस से जुड़े रहे राज्य आंदोलनकारी ललित जोशी को पार्टी ने मेहनत और संघर्ष के रूप में टिकट दिया है। ललित का राजनीतिक सफर छात्र जीवन से शुरू हुआ। उन्होंने 1991 में नैनीताल एनएसयूआई के सचिव के रूप में राजनीति में कदम रखा। वर्ष 1998- 99 में वह एमबीपीजी कॉलेज हल्द्वानी के छात्रसंघ अध्यक्ष रहे। इसके बाद कुमाऊं विश्वविद्यालय के छात्र महासंघ अध्यक्ष का जिम्मा संभाला।