साहित्य लहर
सदा अटल सर्वप्रिय अटल बिहारी वाजपेई जी
डॉक्टर धाराबल्लभ पांडेय ‘आलोक’
रचते रचना महान,
शब्द के पुजारी।
गढ़ते स्वच्छंद पंक्ति,
शुद्ध मन विचारी।।
कर्म-धर्म-मर्म ज्ञान,
शब्द सार भारी।
राष्ट्रप्रेम भाव हृदय,
शब्द अर्थ धारी।।
प्रखरवक्ता देशभक्त,
विमल हृदय धारी।
प्रेम पूर्ण शुद्ध भाव,
मन अटल बिहारी।।
महानेता प्रखर कवि,
सत्य वचन पालक।
जन-मन में बसे अटल,
राष्ट्र प्रजापालक।।
देश के प्रधान उच्च,
सर्वश्रेष्ठ सेवी।
दोष-खोटहीन कुशल,
प्रेम के मनस्वी।।
ज्ञानवान, शीलवंत,
गुणागार नेता।
मधुरिम वाणी, कविता,
सुशासन प्रणेता।।
सत्यवक्ता,सत्कर्म,
देशहित प्रणेता ।
सत्पालक, सच्चिंतक,
लोकमत विजेता।।
परमपुरुष, धीरमना,
महान व्रतधारी।
शत-शत प्रणाम तुमको,
हे अटल बिहारी।।
¤ प्रकाशन परिचय ¤
From »डॉ. धाराबल्लभ पांडेय ‘आलोक’लेखक एवं कविAddress »अल्मोड़ा, उत्तराखंड | मो.नं : 9410700432Publisher »देवभूमि समाचार, देहरादून (उत्तराखण्ड) |
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