बिना छुट्टी के विद्यालय से गायब रहे सभी शिक्षक
प्रधानाध्यापिका ने बोला, जो छापना है छापिये, हमें अधिकारियों से कोई डर नही...

अशोक शर्मा
गया, मोहनपुर। यह सुशासन सरकार का बिहार है, जहां के कर्मचारी भी अपने आप को अधिकारी समझकर खुद नियम व कानून बनाते है यहाँ तक की अपने काम मे जब मर्जी हो, छुट्टी ले लेते है। इसका विद्यालय पर क्या असर होगा इससे उन्हें कोई लेना देना नहीं है?
ऐसा ही मामला गया जिला के मोहनपुर प्रखण्ड अंगर्गत लाडू पंचायत से आया है, जहां गुरुवार को बिना सरकारी छुट्टी के लालगंज प्राथमिक विद्यालय के सभी शिक्षक गायब रहे। सवाल है ऐसे मे कैसे होगा शिक्षित बिहार? जहा के शिक्षक अपने कर्मो से भागते है दूर, साथ ही खुद अधिकारी व खुद सरकारी सेवक बन जाते है। जिनका जब मन होता है छुट्टी ले लेते है जब मन होता है विद्यालय आते है।
उन्हें बच्चों के भविष्य की चिंता थोड़े ही करना है। क्योंकि उनके बच्चे तो शहरों में निजी विद्यालय में मौज से पढ़ रहे है।कही न कही ये हमारे समाज व सरकार के लिए विकल्प छोड़ रखा है। मामला लाडू पंचायत के प्राथमिक विद्यालय लालगंज का है जहां पूरे दिन विद्यालय बंद पाया गया. जबकि गांव के ही 2 शिक्षक यहां पर पदस्थापित है।
अपना नाम न बताने व लिखने के शर्त पर ग्रामीणों ने कहा कि है हमारे गॉव के बच्चों का भविष्य अंधकारमय हैं। यहां शिक्षक बहुत मनमानी करते है केवल सरकारी खजाना से उगाही कर अपना कॉलम पूरा करते है। विद्यालय आते है भी तो अपना ड्यूटी का सही से निर्वहन नही करते है।
आक्रोशित ग्रामीण कहते है कि गुरुवार को अपने निर्धारित समयानुसार बच्चे विद्यालय गए और शिक्षको के इंतजार में घंटो इंतजार किया लेकिन कोई शिक्षक विद्यालय नही पहुँचे। तत्पश्चात बच्चे अपने अपने घर चले गए। इस बाबत जब विद्यालय के प्रधानाध्यापिका ममता कुमारी से इस सिलसिले में दूरभाष पर बात किया गया तो उन्होंने बताया कि जो छापना है आप लोग छापिए, हमें इसका कोई डर नहीं है. हम समझ लेंगे, देखते हैं कौन बिगाड़ लेता है?
¤ प्रकाशन परिचय ¤
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From »अशोक शर्मादेवभूमि ब्यूरो चीफ, गयाAddress »बाराचट्टी, गया, बिहारPublisher »देवभूमि समाचार, देहरादून (उत्तराखण्ड) |
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