
कानपुर | कानपुर विश्वविद्यालय परिसर में शुक्रवार को एमबीए छात्र पर पुलिस द्वारा की गई शांतिभंग की कार्रवाई ने बवाल खड़ा कर दिया। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के कार्यकर्ता और छात्र एकजुट होकर एडीसीपी कार्यालय के बाहर धरने पर बैठ गए और पुलिस प्रशासन के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की। करीब दो घंटे तक चले इस हंगामे के बाद एडीसीपी पश्चिम कपिल देव सिंह को मौके पर पहुंचकर छात्रों को समझाना पड़ा और कार्रवाई रद्द करने का आश्वासन देना पड़ा। इसके बाद ही माहौल शांत हो सका।
जानकारी के अनुसार, शुक्रवार दोपहर सीएसजेएम यूनिवर्सिटी (कानपुर विश्वविद्यालय) के गेट पर एबीवीपी का सदस्यता अभियान चल रहा था। इसी दौरान एमबीए तृतीय सेमेस्टर का छात्र श्रेयांश अवस्थी कैफेटेरिया से बाहर निकल रहा था। बताया जाता है कि इसी दौरान वहां एडीसीपी पश्चिम कपिल देव सिंह पहुंचे और उन्होंने छात्र से पूछताछ की। पूछताछ के दौरान छात्र और पुलिस अधिकारी के बीच तीखी बहस हो गई। मामला इतना बढ़ा कि पुलिस ने श्रेयांश के खिलाफ धारा 151 (शांति भंग की आशंका) में कार्रवाई कर दी।
छात्रों का गुस्सा फूटा
पुलिस की इस कार्रवाई की खबर मिलते ही यूनिवर्सिटी परिसर में मौजूद छात्र और एबीवीपी कार्यकर्ता आक्रोशित हो गए। संगठन के पदाधिकारी ज्ञानेंद्र सिंह के नेतृत्व में सैकड़ों छात्र एडीसीपी कार्यालय के बाहर पहुंच गए और जोरदार नारेबाजी शुरू कर दी। प्रदर्शनकारी छात्र एडीसीपी से माफी मांगने और छात्र पर दर्ज कार्रवाई रद्द करने की मांग पर अड़ गए। धरने के दौरान माहौल तनावपूर्ण रहा। पुलिस प्रशासन और छात्रों के बीच कई बार तीखी झड़पें भी हुईं। छात्रों का कहना था कि श्रेयांश अवस्थी निर्दोष है और उस पर गलत तरीके से कार्रवाई की गई है।
करीब एक घंटे बाद एडीसीपी कपिल देव सिंह खुद छात्रों के बीच पहुंचे। लेकिन उन्हें देखते ही माहौल और गरम हो गया। छात्रों ने “एडीसीपी मुर्दाबाद” और “पुलिस प्रशासन मुर्दाबाद” के नारे लगाने शुरू कर दिए। भीड़ नियंत्रण में लाने के लिए कल्याणपुर थाना पुलिस भी मौके पर पहुंची और छात्रों को समझाने की कोशिश की, लेकिन वे पीछे हटने को तैयार नहीं हुए।
दो घंटे बाद समझौता
करीब दो घंटे तक लगातार हंगामा और नारेबाजी चलती रही। आखिरकार एडीसीपी पश्चिम कपिल देव सिंह ने छात्रों से बातचीत की और कार्रवाई रद्द करने का आश्वासन दिया। सूत्रों के मुताबिक, छात्रों को शांत करने के लिए एडीसीपी ने मौके पर उनसे ‘सॉरी’ भी कहा। इसके बाद ही धरना समाप्त हुआ और छात्र शांतिपूर्वक वापस लौट गए।
चर्चा यह भी रही कि शुक्रवार दोपहर यूनिवर्सिटी कैफेटेरिया में दो गुटों के बीच मारपीट हुई थी। इसी तनावपूर्ण माहौल के बीच श्रेयांश अवस्थी और पुलिस अधिकारी के बीच कहासुनी हुई। हालांकि, इस विवाद का घटनाक्रम अब तक स्पष्ट नहीं हो सका है। एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने चेतावनी दी है कि यदि छात्र पर हुई कार्रवाई पूरी तरह से वापस नहीं ली जाती, तो वे बड़े स्तर पर आंदोलन करेंगे। वहीं, पुलिस प्रशासन की ओर से कहा गया कि मामले की जांच की जा रही है और जल्द ही स्थिति स्पष्ट कर दी जाएगी।