
हरिद्वार। कनखल क्षेत्र में गणेश विसर्जन का उत्सव मंगलवार देर रात हादसे में बदल गया। राजघाट पर मूर्ति विसर्जन के दौरान निखिल गुप्ता (38) नामक युवक अचानक गंगा की तेज धारा में बह गया। देखते ही देखते वहां मौजूद श्रद्धालुओं में अफरा-तफरी मच गई। अंधेरा होने के कारण युवक का सुराग देर रात तक नहीं मिल पाया, जिसके बाद बुधवार सुबह से फिर से सर्च ऑपरेशन शुरू किया गया है।
जानकारी के मुताबिक, निखिल गुप्ता संदेश नगर, परमधाम आश्रम के पास रहते थे और अपने परिजनों व अन्य श्रद्धालुओं के साथ गणेश विसर्जन में शामिल हुए थे। जैसे ही मूर्ति विसर्जन की प्रक्रिया चल रही थी, उनका संतुलन बिगड़ गया और वे सीधा गंगा की धारा में जा गिरे।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, घटना इतनी अचानक हुई कि लोग कुछ समझ ही नहीं पाए। गंगा की तेज धारा और अंधेरे के कारण निखिल कुछ ही मिनटों में आंखों से ओझल हो गए। सूचना मिलते ही पुलिस और गोताखोरों की टीम मौके पर पहुंची। रातभर तलाशी अभियान चलाया गया, लेकिन तेज बहाव और कम रोशनी के कारण सफलता नहीं मिल सकी।
इंस्पेक्टर चंद्रमोहन सिंह ने बताया कि गोताखोरों की टीम बुधवार सुबह से फिर से युवक की तलाश में जुटी हुई है। स्थानीय प्रशासन ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे विसर्जन के दौरान सतर्कता बरतें और नदी के किनारे सावधानी से खड़े हों।
स्थानीय लोगों का कहना है कि इस तरह की घटनाएं हर साल विसर्जन के समय घटित होती हैं। प्रशासन और पुलिस को पहले से सुरक्षा इंतजाम और रोशनी की पर्याप्त व्यवस्था करनी चाहिए, ताकि श्रद्धालुओं की जान पर खतरा न आए।