
संतों के प्रति श्रद्धा रखने से जीवन संवर जाता है : संत रामप्रसाद
सुनील कुमार माथुर
सदस्य अणुव्रत लेखक मंच, जोधपुर, राजस्थान
जोधपुर। शोभावतो की ढाणी, खेमे का कुंआ, पालरोड स्थित अमृत नगर प्रथम में बड़ा रामद्वारा सूरसागर के संत रामप्रसाद महाराज व संत मंडली सहित संत बजरंग दास कोसाणा द्वारा भजन-कीर्तन किया गया। इस अवसर पर बड़ी तादाद में भक्तगण उपस्थित थे और भजनों का आनन्द लिया। संतों ने भजनों की सरिता बहा दी। इस अवसर पर संत रामप्रसाद महाराज ने कहा कि सत्संग का लाभ हरि की कृपा से ही मिलता है।
इसलिए संतों के बताए मार्ग पर चलना चाहिए और उनकी बात माननी चाहिए। उन्होंने कहा कि सत्संग में जाने से जीवन में उन्नति होती है, जीवन में नम्रता आती है तथा व्यक्ति झुकना सीख जाता है। उन्होंने कहा कि इस समय जोधपुर में बाबा रामदेव का मेला लगा है, संतों के भजन-कीर्तन व सत्संग हो रहे हैं और ऐसा लगता है मानो कुंभ का मेला जोधपुर में ही हो रहा है। उन्होंने कहा कि संतों के प्रति श्रद्धा रखने व उनकी बात मानने से जीवन संवर जाता है। अपने प्रवचन के दौरान उन्होंने सत्संग की महिमा भी बताई।
सुनील कुमार माथुर ने बताया कि संत रामप्रसाद महाराज के आगमन पर भक्तों ने उन पर पुष्पवर्षा की एवं महिलाओं ने रंग-बिरंगे परिधानों में सिर पर कलश रखकर मंगल गीत गाए, जिससे समूचा वातावरण भक्तिमय हो गया।