साहित्य लहर
नया सवेरा
सुनील कुमार
जीवन पथ पर जब तू हिम्मत से बढ़ता जाएगा
राह की मुश्किलों से हरगिज़ नहीं घबराएगा
सच कहता हूं जीवन में तेरे नया सवेरा आएगा।
देख राह की बाधाएं जब तू नहीं घबराएगा
तप कर सोने की तरह कुंदन बन जाएगा
सच कहता हूं जीवन में तेरे नया सवेरा आएगा।
छट जाएंगे गम के बादल आनंद का पल आएगा
बीतेगी पतझड़ की रजनी मधुमास मुस्काएगा
सच कहता हूं जीवन में तेरे नया सवेरा आएगा।
तेरे बढ़ते कदमों को जब कोई रोक नहीं पायेगा
तुझ पर हंसने वाला ही जब तेरे गुण गाएगा
सच कहता हूं जीवन में तेरे नया सवेरा आएगा।
¤ प्रकाशन परिचय ¤
From »सुनील कुमारलेखक एवं कविAddress »ग्राम : फुटहा कुआं, निकट पुलिस लाइन, जिला : बहराइच, उत्तर प्रदेश | मो : 6388172360Publisher »देवभूमि समाचार, देहरादून (उत्तराखण्ड) |
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