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देहरादून में स्वतंत्र पत्रकार पंकज मिश्रा की मौत के मामले में पुलिस ने हत्या के आरोप में दो लोगों को गिरफ्तार किया है। परिजनों की मांग पर दोबारा पोस्टमार्टम कराया गया, जिसमें मृत्यु के कारणों की गहन जांच के लिए विसरा सुरक्षित रखा गया है।
- घर में मारपीट के बाद संदिग्ध हालात में मिली थी पत्रकार की मौत
- परिजनों की मांग पर डॉक्टरों के पैनल से कराया गया री-पोस्टमार्टम
- एक पत्रकार और उसका मुंबई निवासी दोस्त हत्या के आरोप में पकड़े गए
- मोबाइल लूट, घर में घुसकर हमला और मारपीट की धाराएं भी शामिल
देहरादून। राजधानी देहरादून में स्वतंत्र पत्रकार पंकज मिश्रा की संदिग्ध मौत का मामला अब पूरी तरह आपराधिक हत्याकांड के रूप में सामने आ गया है। परिजनों के लगातार दबाव और सामने आए तथ्यों के बाद पुलिस ने न सिर्फ इस मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया है, बल्कि डॉक्टरों के पैनल से मृतक का दोबारा पोस्टमार्टम भी कराया गया है। इस घटना ने न केवल पत्रकार जगत को झकझोर दिया है, बल्कि शहर में कानून-व्यवस्था और पत्रकारों की सुरक्षा को लेकर भी गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि मंगलवार सुबह पुलिस कंट्रोल रूम को सूचना मिली थी कि दून विहार क्षेत्र के एक मकान में एक व्यक्ति अचेत अवस्था में पड़ा हुआ है। सूचना मिलते ही राजपुर थाना पुलिस मौके पर पहुंची, जहां पता चला कि यह घर स्वतंत्र पत्रकार पंकज मिश्रा का है, जो यहां किराए पर रहते थे। पुलिस को पंकज मिश्रा फर्श पर बेसुध हालत में मिले। उन्हें तत्काल एंबुलेंस से अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। प्रारंभिक कार्रवाई के बाद शव का पोस्टमार्टम कराया गया, लेकिन उस दौरान मौत का स्पष्ट कारण सामने नहीं आ सका।
इसके बाद मृतक के भाई अरविंद मिश्रा, जो लखनऊ के निवासी हैं, अन्य परिजनों के साथ देहरादून पहुंचे और पुलिस अधिकारियों से मुलाकात कर पूरे घटनाक्रम पर गंभीर सवाल उठाए। परिजनों ने बताया कि घटना से एक रात पहले अनारवाला कैंट निवासी पत्रकार अमित सहगल और उसका दोस्त पार्थोशील, जो मुंबई का रहने वाला है, पंकज मिश्रा के घर आए थे। परिजनों के अनुसार, दोनों आरोपियों ने पहले पंकज मिश्रा के साथ गाली-गलौज की और फिर उनके साथ मारपीट की। आरोप है कि जाते समय दोनों पंकज मिश्रा और उनकी पत्नी के मोबाइल फोन भी अपने साथ ले गए। इस जानकारी के आधार पर पुलिस ने हत्या, घर में घुसकर हमला करने और मोबाइल चोरी जैसी गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया।
परिजनों की मांग को गंभीरता से लेते हुए प्रशासन ने डॉक्टरों के पैनल से पंकज मिश्रा का दोबारा पोस्टमार्टम कराया। दूसरी पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भी मृत्यु के कारण पूरी तरह स्पष्ट न होने पर डॉक्टरों ने विसरा सुरक्षित रखने की सलाह दी है, ताकि आगे की फोरेंसिक जांच से सटीक कारण सामने आ सके। इस बीच पुलिस ने मुख्य आरोपी अमित सहगल और उसके दोस्त पार्थोशील को पूछताछ के लिए बुलाया। दोनों से दिनभर गहन पूछताछ के बाद बुधवार शाम उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस ने बताया कि मामले में मृतक के परिजनों, पत्नी और आसपास के लोगों के बयान दर्ज किए जा चुके हैं। घटनास्थल पर फोरेंसिक टीम से जांच कराई गई है और आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज भी खंगाली जा रही है।
पुलिस जांच में यह भी सामने आया है कि गिरफ्तार आरोपियों में से एक अमित सहगल स्वयं एक न्यूज पोर्टल का संचालन करता है, जिससे मामला और भी संवेदनशील हो गया है। फिलहाल पुलिस सभी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए जांच को आगे बढ़ा रही है और पोस्टमार्टम व फोरेंसिक रिपोर्ट आने के बाद आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इस पूरे घटनाक्रम ने देहरादून में पत्रकारों की सुरक्षा, आपसी विवादों और आपराधिक प्रवृत्तियों को लेकर गंभीर बहस छेड़ दी है, वहीं मृतक के परिजन न्याय की मांग पर अडिग हैं।





