
- हरियाणा में ऑपरेशन ट्रैकडाउन की रिकॉर्ड सफलता
- एक दिन में 62 कुख्यात अपराधी गिरफ्तार
- हथियार सप्लाई चेन पर हरियाणा पुलिस का बड़ा प्रहार
- करनाल-हांसी में संगठित अपराधियों पर कड़ा शिकंजा
- राज्यभर में गैंगों की कमर टूटी, ऑपरेशन ट्रैकडाउन जारी
चंडीगढ़ | हरियाणा में अपराधियों के खिलाफ चलाए जा रहे राज्यव्यापी अभियान ‘ऑपरेशन ट्रैकडाउन’ ने एक बार फिर बेहद प्रभावशाली नतीजे दिए हैं। पूरे प्रदेश में अपराध पर लगाम कसने के लिए की गई इस व्यापक और समन्वित कार्रवाई के तहत पुलिस ने सिर्फ एक ही दिन में 62 कुख्यात अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया, जो अब तक इस अभियान का सबसे बड़ा दैनिक रिकॉर्ड है। इसके अलावा इसी अवधि में पुलिस ने 197 अन्य आरोपियों को भी पकड़कर जेल भेजा। अभियान की शुरुआत से अब तक कुल 1602 कुख्यात एवं 3746 अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है, जो यह दिखाती है कि हरियाणा पुलिस ने अपराध जगत पर बेहतरीन नियंत्रण स्थापित करने की दिशा में तेज़ी और कठोरता दोनों बढ़ा दी है।
राज्यभर में यह अभियान न सिर्फ छोटे अपराधियों को पकड़ने तक सीमित रहा, बल्कि पुलिस ने कई बड़े और संगठित गिरोहों की रीढ़ तोड़ने में भी महत्वपूर्ण सफलताएं हासिल कीं। अंबाला एसटीएफ ने एक बड़े गैंग के मुख्य हथियार सप्लायर अजय को गिरफ्तार कर पूरे नेटवर्क को तगड़ा झटका दिया है। जांच में खुलासा हुआ कि सितंबर 2025 में कुरुक्षेत्र के चैतन्य कंसलटेंट करियर सेंटर पर हुई फायरिंग में विदेश में बैठे सरगना के कहने पर हथियारों की सप्लाई इसी अजय द्वारा की गई थी। उसके खिलाफ हत्या प्रयास, आर्म्स एक्ट, फायरिंग और फिरौती समेत कई गंभीर मुकदमे दर्ज हैं। पुलिस ने उसे प्रोडक्शन वारंट पर तीन दिन के रिमांड में लेकर उससे गैंग की पूरी सप्लाई चेन और अन्य सहयोगियों की जानकारी जुटाने की प्रक्रिया तेज कर दी है। अधिकारियों का मानना है कि उसकी गिरफ्तारी से गिरोह के लिए हथियार जुटाना बेहद मुश्किल हो जाएगा।
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इसी अभियान के दौरान हांसी पुलिस ने भी अपराध जगत को बड़ा संदेश देते हुए हत्या एवं डकैती जैसे मामलों में शामिल दो संगठित अपराधियों—सिकंदर उर्फ गोलू और सुजल उर्फ हंसराज—को पकड़ने में सफलता पाई है। सिकंदर पर आठ और सुजल पर सात गंभीर मामले दर्ज हैं। बीते लगभग 20 दिनों में हांसी क्षेत्र से ही पुलिस 102 आरोपियों को जेल भेज चुकी है, जिससे साफ है कि इस क्षेत्र में पुलिस ने अपराध पर कड़ा शिकंजा कस दिया है। दोनों अपराधियों के पास से देसी कट्टा, दो पिस्टल, 16 कारतूस और एक गन बरामद की गई है। पुलिस का कहना है कि जिले में ‘नो टॉलरेंस फॉर क्राइम’ की नीति को पूरी कठोरता के साथ लागू किया जा रहा है।
करनाल पुलिस ने भी इस अभियान को धार देने में कोई कमी नहीं छोड़ी और एक बड़ी सफलता तब हाथ लगी जब पुलिस ने 10,000 रुपये के इनामी अपराधी भजनलाल को गिरफ्तार कर लिया। भजनलाल जनवरी 2021 में निसिंग स्थित शुभम लॉजिस्टिक कंपनी के गोदाम से 315 धान के कट्टे लूटने की वारदात में शामिल था। वारदात के दौरान गिरोह ने शिकायतकर्ता का लाइसेंसी हथियार भी छीन लिया था। भजनलाल हरियाणा, पंजाब और राजस्थान सहित कई राज्यों में करीब 50 गंभीर मामलों में वांछित है। उसकी गिरफ्तारी के बाद पुलिस अब उसके पूरे नेटवर्क और अन्य सहयोगियों की पहचान कर रही है ताकि पूरे गैंग पर कानूनी कार्रवाई को अंतिम रूप दिया जा सके।
करनाल पुलिस ने एक अन्य महत्वपूर्ण कार्रवाई में ज़ीरकपुर से पांच अपराधियों—राजीव उर्फ राजा, दीपक उर्फ हैरी, प्रिंस कुमार, अमृत पाल और अभिषेक—को गिरफ्तार किया। इनमें मुख्य आरोपी राजीव के खिलाफ पंजाब, हरियाणा, हिमाचल और चंडीगढ़ में 56 गंभीर मामले दर्ज हैं। गिरफ्तार आरोपियों के पास से पुलिस ने अवैध हथियार भी बरामद किए हैं, जबकि वारदात में इस्तेमाल अन्य हथियारों और फरार साथियों की तलाश अभी जारी है। इस संयुक्त कार्रवाई में अंबाला और पंचकूला पुलिस की भूमिका भी अहम रही।
राज्य के दक्षिणी क्षेत्रों में भी इस अभियान का असर साफ दिखा, जहां सीआईए धारूहेड़ा ने हथियार तस्करी में शामिल राजस्थान निवासी राकेश उर्फ रिंकू को गिरफ्तार किया। इस गैंग के दो अन्य सदस्य नीरज और अमित उर्फ कुकू पहले ही पकड़े जा चुके हैं। राकेश के खिलाफ दुष्कर्म, नशा तस्करी और आर्म्स एक्ट सहित आठ गंभीर मुकदमे दर्ज हैं। पुलिस ने उसे अदालत में पेश कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। हरियाणा पुलिस का कहना है कि ऑपरेशन ट्रैकडाउन आने वाले दिनों में और भी तेज़ किया जाएगा ताकि राज्य में किसी भी अपराधी को सुरक्षित पनाह न मिल सके। लगातार हो रही गिरफ्तारियों और बड़ी गैंगों की कमर टूटने से प्रदेश में अपराध नेटवर्क तेजी से कमजोर पड़ रहा है। पुलिस का दावा है कि यह अभियान न केवल अपराधियों में भय पैदा कर रहा है, बल्कि आम जनता में सुरक्षा की भावना भी मजबूत कर रहा है।







