
देवरिया। कानपुर के पनकी इंडस्ट्रियल एरिया में हुई एक दर्दनाक घटना ने देवरिया जिले के तवक्कलपुर गांव को शोक में डूबो दिया। गांव के चार युवक—अमित कुमार बरनवाल (24) पुत्र अयोध्या, संजू सिंह (24) पुत्र फतेह बहादुर सिंह, दाऊद अंसारी (25) पुत्र यासीन और राहुल सिंह (23) पुत्र लल्लन सिंह—बुधवार रात खाना खाकर अपने कमरे में सोए थे, लेकिन सुबह होते-होते सभी की सांसें थम चुकी थीं। गुरुवार सुबह जब वे काफी देर तक बाहर नहीं निकले तो पास के कमरे में सो रहे अमित के भाई अरुण और साथी नागेंद्र को शक हुआ।
कई बार आवाज लगाने के बाद भी कोई प्रतिक्रिया नहीं मिलने पर उन्होंने दरवाजा तोड़कर देखा तो चारों युवक मृत पड़े थे। कमरे में एक कोयले की अंगीठी जल रही थी और आशंका जताई जा रही है कि अंगीठी से निकलने वाले धुएं के कारण दम घुटने से इनकी मौत हुई होगी। हालांकि स्पष्ट कारण पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही पता चल सकेगा। यह घटना न केवल परिजनों के लिए बल्कि पूरे गांव के लिए एक असहनीय सदमा बनकर आई है। सुबह-सुबह गांव में चीख-पुकार मच गई और हर घर में मातम पसरा रहा।
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चारों युवक साथ में कानपुर के पनकी इंडस्ट्रियल साइड नंबर दो की आयल सीड्स कंपनी में वेल्डर का काम करते थे। परिजनों के अनुसार, राहुल अपने घर का इकलौता चिराग था, जबकि दाऊद की एक साल की दुधमुही बेटी है, जो अब पिता के साए से वंचित हो गई। जिस घर में कुछ दिनों बाद दाऊद की बहन की शादी की तैयारियां होनी थीं, वहां अब मातम छा गया है। अमित भी बृहस्पतिवार को जिम्बाबे जाने वाला था, जबकि अन्य युवक शुक्रवार तक घर लौटने की योजना में थे।
घटना की सूचना मिलते ही ग्राम प्रधान रणजीत सिंह सहित कई लोग कानपुर के लिए रवाना हो गए। पुलिस ने कमरे को सील कर दिया है और सभी शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। पूरा गांव अब भी गहरे सदमे में है, जहां चार घर एक साथ उजड़ जाने का दर्द हर चेहरे पर साफ दिखाई दे रहा है।








