
नई दिल्ली। पश्चिम दिल्ली के आनंद पर्वत क्षेत्र में एक 29 वर्षीय युवक ने कर्ज़ के भारी दबाव और लगातार बढ़ती आर्थिक परेशानियों के चलते अपने किराए के कमरे में खुद पर पेट्रोल डालकर आग लगा ली। गनीमत यह रही कि समय रहते उसकी पत्नी और पड़ोसियों ने उसे बचा लिया और अस्पताल पहुंचाया, जहां उसकी हालत अब स्थिर बताई जा रही है। यह घटना उन गहरे मानसिक दबावों की ओर संकेत करती है, जिनसे व्यापारी और छोटे व्यवसायी आर्थिक नुकसान के बाद गुजरते हैं।
पुलिस के अनुसार, सोमवार रात करीब 9 बजकर 50 मिनट पर सूचना मिली कि एक व्यक्ति गंभीर रूप से झुलस गया है और उसे तुरंत बीएलके अस्पताल में भर्ती कराया गया है। अस्पताल में उसकी पहचान विशाल सिंह के रूप में हुई, जो पिछले कुछ समय से व्यापार में लगातार नुकसान झेल रहा था। डॉक्टरों ने बताया कि विशाल ने मानसिक तनाव के कारण खुद पर पेट्रोल डालकर आग लगा ली। प्राथमिक उपचार के बाद उसकी हालत को देखते हुए उसे सफदरजंग अस्पताल रेफर कर दिया गया।
अस्पताल में डॉक्टरों की मौजूदगी में दिए गए बयान में विशाल सिंह ने बताया कि उसके व्यवसाय में तीन से चार लाख रुपये तक का भारी नुकसान हो गया था। इस आर्थिक झटके के बाद वह अपने किराए के कमरे का किराया भी समय पर नहीं चुका पा रहा था। बढ़ती आर्थिक तंगी के बीच उसने दो लोगों से उधार ले रखा था, जो लगातार पैसे लौटाने का दबाव बना रहे थे। इसी तनाव और भय के माहौल में उसने यह खतरनाक कदम उठाया।
घटना वाली रात विशाल की पत्नी और पड़ोसियों ने कमरे से धुआं और शोर सुना, जिसके बाद तुरंत दरवाजा तोड़कर उसे बाहर निकाला और अस्पताल पहुंचाया। पुलिस ने बताया कि फिलहाल उसके बयान के आधार पर घटना की जांच की जा रही है और यह स्पष्ट है कि आर्थिक दबाव और कर्ज के भय ने उसकी मानसिक स्थिति को बुरी तरह प्रभावित किया था।
इस घटना ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि आर्थिक संकट की स्थिति में मानसिक स्वास्थ्य, सामाजिक सहायता और परामर्श की कितनी बड़ी आवश्यकता है। कई लोग आर्थिक नुकसान के बाद ऐसी परिस्थितियों में अकेले रह जाते हैं और मदद न मिलने पर खतरनाक कदम उठा लेते हैं। पुलिस मामले में आगे जांच कर रही है और विशाल के स्वास्थ्य पर भी लगातार नजर रखी जा रही है।







