
मुंबई से इंदौर की ओर जा रही एक निजी ट्रैवल्स बस में हुई शर्मनाक घटना ने पूरे क्षेत्र को हिलाकर रख दिया। गत दिनों एक आईटी प्रोफेशनल युवती के साथ चलती बस में छेड़छाड़, अश्लील हरकतों और धमकाने का मामला सामने आया था, जिसके बाद पीड़िता की मां की सतर्कता से मामला तेजी से उजागर हुआ। घटना की शिकायत मिलने पर सेंधवा ग्रामीण थाना पुलिस ने महाराष्ट्र के नांदेड़ स्थित गुरुद्वारा के ज्ञानी बताए जा रहे किशोर सिंह, बस ड्राइवर मुकेश और कंडक्टर कल्लू मिरासी के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए बस को जब्त कर दो आरोपियों मुकेश और कल्लू को तीन दिन पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था, जबकि मुख्य आरोपी किशोर सिंह अब भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है।
इससे पहले ड्राइवर और क्लीनर की जमानत बड़वानी कोर्ट ने खारिज कर दी थी, जिससे प्रकरण की गंभीरता का अंदाजा लगाया जा सकता है। घटना के समय पीड़िता ने हिम्मत दिखाते हुए आधी रात को इंदौर स्थित अपनी मां को फोन कर पूरी स्थिति बताई। बेटी का distress call मिलते ही मां ने खुद कार चलाकर सेंधवा के पास स्थित टोल टैक्स तक पहुंचकर उसे सुरक्षित बाहर निकाला और तुरंत इंदौर ले गईं। 10 नवंबर को राजेंद्र नगर थाने में जीरो पर प्रकरण दर्ज किया गया, जिसके बाद केस सेंधवा स्थानांतरित किया गया।
थाना प्रभारी नीरज बिरथरे और ग्रामीण थाना प्रभारी ओपी सिंह चौंगड़े के अनुसार प्रारंभिक जांच में पता चला कि किशोर सिंह नांदेड़ के गुरुद्वारे में ज्ञानी है और भजन-कीर्तन से जुड़ा है। शिकायत में पीड़िता ने बताया कि बस में चढ़ते समय से ही ड्राइवर और कंडक्टर के व्यवहार में अजीबपन, शराब की गंध और लगातार घूरने जैसी हरकतें साफ महसूस हो रही थीं। लगभग 100 किलोमीटर चलने के बाद एक सिख युवक, किशोर सिंह, ड्राइवर और कंडक्टर के केबिन में जाकर बैठ गया। कसारा स्टॉपेज के बाद तीनों की नजरें लगातार उस पर टिक गईं, जिससे वह और असहज हो गई।
पीड़िता के अनुसार नींद खुलने पर उसने देखा कि किशोर सिंह ने उसकी सीट का पर्दा हटाया और बस से उतरते समय उसके कपड़े खींचकर अश्लील हरकतें कीं। इस दौरान ड्राइवर न तो बस रोकने को तैयार था और न ही कंडक्टर ने कोई सहयोग किया। बस में मौजूद अन्य यात्रियों ने जब युवती की मदद करने की कोशिश की तो उन्हें भी धमकाया गया। ऐसी स्थिति में पीड़िता की मां ने लोकेशन ट्रेस कर मौके पर पहुंचकर उसे सुरक्षित निकाला और आरोपियों को पकड़वाने में अहम भूमिका निभाई। मुख्य आरोपी किशोर सिंह की तलाश में पुलिस ने नांदेड़ के कई स्थानों पर छापे मारे हैं। जानकारी के अनुसार वह गुरुद्वारे में कथा-कीर्तन करने वाला व्यक्ति है और घटना के बाद से लगातार फरार है। सोमवार सुबह से भी पुलिस टीम उसकी तलाश में जुटी है।
घटना के बाद पीड़िता के परिजन ने इंदौर कलेक्टर शिवम वर्मा से मुलाकात कर पूरे मामले की जानकारी दी। मुलाकात में पार्षद प्रशांत बडवे, भाजपा नेता कृष्णमुरारी मोघे, किशोर चौधरी और अन्य समाजजन भी मौजूद रहे। परिजनों ने बताया कि घटना सामान्य नहीं थी और पीड़िता की मां की सतर्कता से ही बड़ा हादसा टल गया। कलेक्टर ने मामले को गंभीरता से लेते हुए तुरंत सभी बस ऑपरेटरों की बैठक बुलाई और बसों में पैनिक बटन की व्यवस्था, ड्राइवर-क्लीनर का वेरिफिकेशन तथा आचरण की जांच जैसी सुरक्षा व्यवस्थाओं को सख्त करने के निर्देश दिए।
पुलिस का कहना है कि दो आरोपी जेल में हैं और मुख्य आरोपी की गिरफ्तारी के बाद ही घटना की पूरी सच्चाई सामने आएगी। मामला बढ़ते हुए सार्वजनिक सुरक्षा, महिला सुरक्षा और निजी बसों के संचालन में गंभीर लापरवाही के मुद्दों को एक बार फिर उजागर कर रहा है।







