
ऊधम सिंह नगर। रुद्रपुर शहर के बीच से बहने वाली कल्याणी नदी में रविवार को रसायन डाले जाने से सैकड़ों मछलियों की मौत हो गई। घटना के बाद से स्थानीय लोगों में भारी नाराजगी है। यह घटना ऐसे समय हुई जब नदी के तट पर छठ महापर्व की तैयारियां चल रही थीं। सोमवार सुबह पूजा की तैयारी में जुटे लोगों ने जब नदी की सतह पर मरी हुई मछलियों को तैरते देखा, तो वहां आक्रोश और अफरा-तफरी का माहौल बन गया। स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया कि किसी कंपनी द्वारा नदी में केमिकल छोड़ा गया, जिससे यह स्थिति उत्पन्न हुई। श्रद्धालुओं का कहना है कि इस तरह का कृत्य आस्था के साथ खिलवाड़ है, क्योंकि छठ पूजा के दौरान महिलाएं नदी में खड़े होकर सूर्य देव को अर्घ्य देती हैं। मरी हुई मछलियों के बीच पूजा करना उनके लिए अत्यंत दुखद और अस्वीकार्य है।
🔹 आस्था पर पड़ा असर
अटरिया मंदिर के समीप हर साल की तरह इस बार भी छठ पूजा की तैयारी जोरों पर थी। नदी के दोनों किनारों पर टेंट, झालरें और रंग-बिरंगी लाइटें लगाई गई थीं। सुबह से ही छठ के पावन गीतों की गूंज सुनाई दे रही थी। लेकिन नदी की यह स्थिति देखकर श्रद्धालुओं की भावनाएं आहत हुईं। लोगों ने कहा कि यदि समय रहते नदी की सफाई की व्यवस्था की जाती, तो यह स्थिति नहीं आती।
🔹 सफाई के नाम पर रसायन डालने का आरोप
नदी किनारे पूजा की तैयारी कर रहे राम कुमार चौबे ने बताया कि हर साल छठ के मौके पर पानी “साफ करने” के नाम पर रसायन डाला जाता है, जिससे मछलियों की मौत हो जाती है। उन्होंने कहा कि नदी की नियमित सफाई और संरक्षण के लिए जिम्मेदार विभाग कभी गंभीरता से कदम नहीं उठाते। यही नहीं, तैयारी में जुटे जितेंद्र सिंह ने कहा कि अब श्रद्धालुओं के सामने यह समस्या खड़ी हो गई है कि वे नदी के किस हिस्से में अर्घ्य देंगे, क्योंकि हर जगह मरी हुई मछलियां तैर रही हैं।
🔹 प्रशासन ने कहा — होगी जांच
इस पूरे मामले पर एडीएम पंकज उपाध्याय ने कहा कि मामले की प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड से जांच कराई जाएगी। उन्होंने कहा कि भविष्य में इस तरह की घटनाएं दोबारा न हों, इसके लिए नदी की निगरानी बढ़ाई जाएगी। यदि किसी कंपनी की लापरवाही पाई गई, तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी। स्थानीय निवासियों ने प्रशासन से मांग की है कि छठ जैसे पावन पर्व पर श्रद्धालुओं की आस्था के साथ खिलवाड़ करने वालों को बख्शा न जाए और नदी की स्थायी सफाई व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।









