
देहरादून। राज्य स्थापना की 25वीं वर्षगांठ के अवसर पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार को पुलिस लाइन में आयोजित रैतिक परेड के दौरान चार महत्वपूर्ण घोषणाएं कीं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में शांति और सुरक्षा बनाए रखने में पुलिसकर्मियों की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि राज्य की स्थापना की रजत जयंती वर्ष पर पुलिस के सभी कार्मिकों को विशेष “रजत जयंती पदक” प्रदान किया जाएगा।
मुख्यमंत्री धामी ने आगे कहा कि पुलिस बल राज्य की सुरक्षा और समृद्धि की रीढ़ है। उन्होंने यह भी बताया कि आवासीय भवनों के निर्माण के लिए तीन वर्षों तक 100 करोड़ रुपये की धनराशि दी जाएगी। इसके अलावा, एसडीआरएफ के जवानों के लिए पांच बैरक बनाए जाएंगे और पुलिस कल्याण नीति के अंतर्गत अनुदान राशि को ढाई करोड़ से बढ़ाकर साढ़े चार करोड़ रुपये किया गया है।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने पुलिस स्मृति दिवस के अवसर पर उन पुलिस कर्मियों को श्रद्धांजलि दी, जिन्होंने ड्यूटी के दौरान अपने प्राणों की आहुति दी। शहीद पुलिसकर्मियों के परिजनों को आर्थिक सहायता प्रदान कर सम्मानित भी किया गया।
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि उत्तराखंड की सीमाएं न केवल अंतरराष्ट्रीय सीमाओं से जुड़ी हैं, बल्कि उत्तर प्रदेश और हिमाचल प्रदेश से भी लगती हैं, जिससे राज्य का सामरिक महत्व और बढ़ जाता है। ऐसे में पुलिस बल की जिम्मेदारी और भी बड़ी हो जाती है।
कार्यक्रम में डीजीपी दीपम सेठ ने बताया कि पूरे देश में 21 अक्तूबर को पुलिस स्मृति दिवस मनाया जाता है। इस अवसर पर उन सभी पुलिसकर्मियों को नमन किया जाता है, जिन्होंने राष्ट्र सेवा में अपने प्राण न्योछावर किए। उन्होंने बताया कि पिछले वर्ष ड्यूटी के दौरान उत्तराखंड पुलिस के चार कर्मियों ने शहादत दी, जबकि देशभर के 186 पुलिस कर्मियों ने अपने कर्तव्यपालन में सर्वोच्च बलिदान दिया।








