
डा. उषाकिरण श्रीवास्तव
भारत माता की गोदी में
लिए एक महामानव अवतार
केशव बलिराम हेडगेवार,
देश में हो रहा जय-जयकार।
संघ की स्थापना करके
हृदय में सेवा भाव जगाके,
अपने दिव्य-ज्ञान-ज्योति से
पढ़ा दिए अखंडता का पाठ,
देश में हो रहा उजियारा, ज्ञान और गौरव का।
देश पड़ा जब-जब संकट में,
संघ स्वयं सेवक आगे आएं,
महाराष्ट्र में नागपुर को
बनाएं कर्म से तीर्थ स्थान,
देश में हो रहा साहस, समर्पण और धर्म का।
तीन भाई में सबसे छोटे,
मातृ-पिता का सुख नहीं पाए,
दायित्व दिए गोलवलकर जी को,
अपने चले गए परम-धाम,
देश में हो रहा प्रेरणा का संचार।
ईश्वर से हम विनती करते,
वंदन सौ-सौवार है करते,
फिर से लौटा दो भगवान,
केशव बलिराम हेडगेवार,
देश में हो रहा श्रद्धा, भक्ति और सेवा का।