
देहरादून | स्नातक स्तरीय पेपर लीक प्रकरण के बाद उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UKSSSC) अब परीक्षाओं में सुरक्षा और पारदर्शिता को लेकर और ज्यादा सतर्क हो गया है। इसी क्रम में आयोग 5 अक्टूबर को प्रस्तावित सहकारी निरीक्षक वर्ग-2 और सहायक विकास अधिकारी सहकारिता की परीक्षा के लिए विशेष इंतजाम कर रहा है। यह परीक्षा केवल देहरादून और नैनीताल केंद्रों पर आयोजित होगी और इसमें कुल 45 पदों के लिए उम्मीदवार प्रतिस्पर्धा करेंगे।
आयोग ने साफ निर्देश दिए हैं कि सभी परीक्षार्थियों को परीक्षा केंद्र पर कम से कम दो घंटे पहले पहुंचना अनिवार्य होगा। इस दौरान सघन चेकिंग की जाएगी ताकि किसी भी तरह की गड़बड़ी या नकल की संभावना को पूरी तरह समाप्त किया जा सके। परीक्षा से एक दिन पहले सभी केंद्रों पर रिहर्सल कराई जाएगी, पुलिस की विशेष जांच अभियान चलेगा और हर केंद्र पर चौकीदार भी तैनात किए जाएंगे।
आयोग अध्यक्ष जीएस मर्तोलिया ने बताया कि इस बार तकनीकी स्तर पर कोई चूक न हो, इसके लिए जैमर समेत सभी व्यवस्थाओं को एक दिन पहले ही परख लिया जाएगा। खास बात यह है कि लेटेस्ट तकनीक वाले जैमर न केवल परीक्षा कक्षों में, बल्कि वॉशरूम तक में लगाए जाएंगे। इससे किसी भी तरह की इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के माध्यम से नकल की संभावना खत्म हो जाएगी।
उन्होंने कहा कि स्नातक स्तरीय परीक्षा में जिन खामियों की पहचान हुई थी, उन्हें इस बार दूर किया जा रहा है। आयोग का उद्देश्य है कि परीक्षाएं पूरी तरह निष्पक्ष और पारदर्शी माहौल में संपन्न हों, ताकि अभ्यर्थियों का विश्वास बहाल हो सके।