
सुनील कुमार माथुर
सदस्य अणुव्रत लेखक मंच, जोधपुर, राजस्थान
कहते हैं कि जो लोग नींद और निंदा पर विजय प्राप्त कर लेते हैं, उसे कोई नहीं हरा सकता। निंदा करने वाले निंदा करते रहेंगे, क्योंकि उनका यही काम है। वे आपकी मृत्यु के बाद भी निंदा करते रहेंगे, लेकिन आप उस ओर ध्यान मत दीजिए। आप तो अपना रचनात्मक कार्य करते रहिए। यह दुनिया तो मतलब की दुनिया है। जब तक आपसे किसी का काम निकलता है, तभी तक वह आपके साथ है, वरना वह अपने-अपने सगे भाई-बहन के भी नहीं है। लोग कहने को कहते हैं कि आप अपने में सुधार कर लो, तो परिवार, समाज और राष्ट्र अपने आप सुधर जाएंगे। लेकिन हकीकत यह है कि ये बातें अब केवल लेखों और भाषणों में ही अच्छी लगती हैं।
देश भर में भ्रष्टाचार जिस कदर हावी हो गया है, उसने सभी हदें पार कर दी हैं। नतीजतन गरीबों पर टैक्स लगाए जा रहे हैं और अमीर देश को लूटने में लगे हैं। भ्रष्टाचार के चलते हमारे कानून-कायदे भी कमजोर लगने लगे हैं, क्योंकि उनमें भी कहीं न कहीं बचाव के रास्ते हैं। हाल ही में राजस्थान के झालावाड़ जिले व नागौर जिले में जो स्कूलों की इमारतें गिरी और सात बच्चों की इस हादसे में मृत्यु हो गई, हम मात्र आरोप-प्रत्यारोप ही कर रहे हैं। जब सरकार स्कूलों की मरम्मत नहीं करा सकती है, तो फिर वह हर साल स्कूल क्यों खोल रही है और नामांकन क्यों बढ़ा रही है।
Nice article
Nice