
कानपुर/औरैया | आरओ (रजिस्ट्रार ऑफिसर) परीक्षा देने औरैया पहुंची दो छात्राओं के बीच मामूली सी बात पर विवाद इतना बढ़ गया कि नौबत मारपीट तक पहुंच गई। घटना रविवार सुबह औरैया जिले के फफूंद रेलवे स्टेशन पर हुई, जहां चाय गिरने को लेकर दो छात्राएं आपस में भिड़ गईं। विवाद उस वक्त और गंभीर हो गया जब एक छात्रा के पिता ने दूसरी छात्रा के पेट में लात मार दी। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसके बाद पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए आरोपी पिता को हिरासत में ले लिया।
क्या है पूरा मामला?
रविवार सुबह कानपुर के कल्याणपुर और बिठूर से दो छात्राएं आरओ परीक्षा देने के लिए ट्रेन से फफूंद रेलवे स्टेशन पहुंची थीं। परीक्षा केंद्र जाने से पहले दोनों स्टेशन के नीचे एक चाय की दुकान पर रुकीं। वहां चाय पीते समय कल्याणपुर से आई छात्रा की चाय गलती से पास खड़ी बिठूर की छात्रा पर गिर गई। इस पर पहले दोनों छात्राओं में बहस शुरू हुई, जो जल्द ही हाथापाई में बदल गई। विवाद बढ़ते देख कल्याणपुर से आई छात्रा के पिता ने हस्तक्षेप किया, लेकिन स्थिति संभालने के बजाय उन्होंने बिठूर की छात्रा के पेट में लात मार दी। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, छात्रा को अचानक हमला झेलना पड़ा और वह असहज हो गई। इस दौरान आसपास खड़े अन्य यात्री और स्थानीय लोग मौके पर इकट्ठा हो गए और दोनों पक्षों को अलग किया।
वीडियो वायरल, पुलिस की तत्काल कार्रवाई
घटना का वीडियो वहां मौजूद किसी व्यक्ति ने अपने मोबाइल फोन में रिकॉर्ड कर लिया और सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दिया। वीडियो वायरल होते ही पुलिस हरकत में आई और आरोपी पिता को हिरासत में लेकर थाने ले गई। पुलिस ने पूछताछ शुरू कर दी है, हालांकि दोनों छात्राओं को समय पर परीक्षा केंद्र भेज दिया गया। दिबियापुर थाना प्रभारी निरीक्षक रुद्र प्रताप नारायण त्रिपाठी ने जानकारी दी कि, “घटना के बाद दोनों पक्षों को समझा-बुझाकर शांत कराया गया और छात्राओं को परीक्षा देने के लिए विशंभर सिंह इंटर कॉलेज भेज दिया गया। आरोपी पिता को हिरासत में ले लिया गया है। तहरीर मिलने पर विधिक कार्रवाई की जाएगी।”
स्थानीय लोगों ने जताई नाराजगी
घटना को लेकर स्थानीय लोगों और सोशल मीडिया यूजर्स ने कड़ी नाराजगी जताई है। लोगों का कहना है कि किसी भी परीक्षा में इस तरह का मानसिक तनाव पहले से ही होता है और ऐसे में छात्रों के साथ हिंसा करना बेहद निंदनीय है। घटना का वीडियो वायरल होने के बाद लोगों ने यह सवाल भी उठाया कि क्या ऐसी घटनाएं परीक्षा के माहौल को और ज्यादा तनावपूर्ण नहीं बना रही हैं? सोशल मीडिया पर कई लोगों ने यह मांग भी की कि ऐसे अभिभावकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं दोबारा न हों।