
बाल कहानी : फर्ज, सेठ ने तत्काल लिखा पढी की जांच की। थोडी ही देर में सत्य सामने आ गया। लिखा पढी में गलती पकड में आ गई और केवल दो – ढाई घंटे में सुनील को ब्याज सहित रकम सेठ ने दे दी। सुनील व बच्चों ने भल्लाराम जी के प्रति आभार व्यक्त किया। #सुनील कुमार माथुर, जोधपुर (राजस्थान)
[/box]किसी गांव में चेतन नाम का एक धन्ना सेठ रहता था वह बडा ही दयालु और परोपकारी था। मुसीबत में वह लोगों की निस्वार्थ भाव से मदद करता था। गांव में बैंक व डाकघर नहीं होने के कारण गांव के लोग सेठ चेतन के पास अपनी बचत की रकम जमा कराते थे ताकि मुसीबत के समय काम आ सके। सेठ भी गांव वालों को नियमानुसार जमा रकम पर ब्याज भी देता था।
सुनील भी अपनी बचत की राशि हर माह सेठ के पास जमा कराता था। चूंकि सेठ के यहां साफ सुथरा काम था। रति भर भी बेईमानी की कोई गुंजाइश नहीं थी। लोग वर्षो से व पीढी दर पीढी लेन देन करते आ रहे थे।
एक बार ऐसा हुआ कि सुनील जब पूरी जमा राशि लेने सेठ चेतन के पास गया तब लेन देन में मूल राशि में भी दो हजार आठ सौ रुपए का फर्क आ गया। सेठजी बोले कि हमने नियमानुसार जमा पूरी राशि दे दी। जबकि सुनील का कहना था कि जमा से भी कम रकम मिली। शेष राशि कहां गयी।
सुनील इधर उधर भटकता फिरा। एक दिन वह मंदिर गया और भगवान के दर्शन करके वहीं मंदिर की चबूतरी पर बैठ गया और मन ही मन सेठ को कोसने लगा कि तुझे बेईमानी करने के लिए मैं ही मिला। अगर बेईमानी करनी ही है तो किसी पैसे वाले के साथ कर। तुझे मैं गरीब ही मिला।
सुनील को परेशान देखकर वहां खेल रहे बच्चें उसके पास आ गये और परेशानी का कारण पूछा। तब सुनील ने पूरी बात बच्चों को बता दी। सुनील की पीडा सुनकर बच्चे तत्काल समाजसेवी भल्लाराम जी के पास गये और उन्हें सारी बात बताई। समाजसेवी भल्लाराम ने सुनील को लेकर सेड चेतन के पास गये और सारी बात बताई।
सेठ ने तत्काल लिखा पढी की जांच की। थोडी ही देर में सत्य सामने आ गया। लिखा पढी में गलती पकड में आ गई और केवल दो – ढाई घंटे में सुनील को ब्याज सहित रकम सेठ ने दे दी। सुनील व बच्चों ने भल्लाराम जी के प्रति आभार व्यक्त किया। इस पर उन्होंने कहा कि आभार किस बात का। मैंने तो अपना फर्ज निभाया है। अगर दुःख की घडी में इंसान ही इंसान के काम न आये तो वह कैसा इंसान…?
👉 देवभूमि समाचार में इंटरनेट के माध्यम से पत्रकार और लेखकों की लेखनी को समाचार के रूप में जनता के सामने प्रकाशित एवं प्रसारित किया जा रहा है। अपने शब्दों में देवभूमि समाचार से संबंधित अपनी टिप्पणी दें एवं 1, 2, 3, 4, 5 स्टार से रैंकिंग करें।